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निष्ठुरता की हद…आठ साल के मासूम को चाचा ने गडरिए के पास रखा गिरवी, मध्यप्रदेश में चंगुल से भाग छूटा तो अब लौट पाया बांसवाड़ा

locationबांसवाड़ाPublished: Jun 05, 2019 07:32:47 pm

Submitted by:

deendayal sharma

बांसवाड़ा जिले में एक शख्स ने अपने सगे भतीजे को रुपयों की खातिर गिरवी रख दिया। भेड़ें चराने के लिए सौंपा मासूम गडरिए के चंगुल से जैसे-तैसे मध्यप्रदेश के धार जिले में भाग निकला। वह बुधवार को बांसवाड़ा पहुंचा, तो आपबीती बताई।

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निष्ठुरता की हद…आठ साल के मासूम को चाचा ने गडरिए के पास रखा गिरवी, मध्यप्रदेश में चंगुल से भाग छूटा तो अब लौट पाया बांसवाड़ा

बांसवाड़ा. जिले में एक शख्स ने अपने सगे भतीजे को रुपयों की खातिर गिरवी रख दिया। भेड़ें चराने के लिए सौंपा मासूम गडरिए के चंगुल से जैसे-तैसे मध्यप्रदेश के धार जिले में भाग निकला। वह बुधवार को बांसवाड़ा पहुंचा, तो आपबीती बताई। बच्चा अब बांसवाड़ा बाल कल्याण समिति की निगरानी में है।
हुआ यों कि चाइल्ड लाइन 1098 बांसवाड़ा को इस बारे में इत्तला मिली, तो एक टीम धार भेजी गई। टीम ने पहुंचकर बालक को अपने संरक्षण में लिया और बांसवाड़ा लाई। शुरुआती पूछताछ से मालूम हुआ कि बांसवाड़ा शहर से करीब दस किलोमीटर दूर रतलाम मार्ग से सटे गांव के बालक को उसके काका चाचा सुरवत ने एक लाख 40 हजार रुपए में एक गडरिए को कुछ वर्षों के लिए गिरवी रखा था।
मारपीट से परेशान होकर भागा बच्चा
बच्चे ने जिला बाल कल्याण समिति के सदस्यों को बताया कि गडरिया उसे समय पर खाना नहीं देता था और और छोटी-छोटी बातों को लेकर मारपीट करता था। मध्यप्रदेश के धार जिले के आसपास एक जगह जब गडरिए ने डेरा डाला, तो वहां रोज-रोज की मारपीट से तंग आकर वह डेरे से भाग निकला और धार के उडावत गांव के पास पहुंचा। इस दौरान वहां एक होटल के संचालक ने उसे रोते हुए पाकर दिलासा दिया और जानकारी ली। मामला गड़बड़ लगा तो होटल संचालक ने उसे चाइल्ड लाइन, धार के सुपुर्द किया। धार से सूचना 25 मई को आई, जिस पर इस मामले को गंभीरता से लेकर बच्चे के परिजनों से संपर्क कर कार्रवाई के प्रयास किए गए।
मां और बच्चे के बयान में आया अंतर तो गहराया संदेह

धार चाइल्ड लाइन के प्रतिनिधियों के अनुसार पूछताछ में बच्चे ने दो वर्ष पूर्व उसके पिता की मौत होना बताया। पीछे परिवार में उसका एक भाई और दो बहनें होने की जानकारी दी। फिर बांसवाड़ा चाइल्ड लाइन के जरिए जब उसकी मां धार पहुंची, तो उसने पति के जीवित होने की बात कही। इससे संदेह गहराया और तब टीम बच्चे को बांसवाड़ा लेकर पहुंची।
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बाल कल्याण समिति ने की पूछताछ

बुधवार को बाल कल्याण समिति सदस्यों की उपस्थिति में बच्चे ने वही बात दोहराई, जो उसने धार चाइल्ड लाइन को दी थी। समिति सदस्यों ने चाइल्ड लाइन को परिजनों के बारे में पूर्ण जानकारी जुटाने के लिए निर्देशित किया। साथ ही बच्चे के रहने का अस्थायी बंदोबस्त बाल एवं शिशु गृह में किया। इस दौरान बाल कल्याण समिति अध्यक्ष हरीश त्रिवेदी, सदस्रू मधुसूदन व्यास, चाइल्ड लाइन से कमलेश बुनकर और कांतिलाल यादव मौजूद थे।

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