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बांसवाड़ा : सजे दरबार, शुभ मुहूर्त में विराजेंगे गजानंद, दस दिनों तक गूंजेगी गणपति की जय-जयकार

locationबांसवाड़ाPublished: Sep 13, 2018 01:55:58 pm

Submitted by:

Ashish vajpayee

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बांसवाड़ा : सजे दरबार, शुभ मुहूर्त में विराजेंगे गजानंद, दस दिनों तक गूंजेगी गणपति की जय-जयकार

बांसवाड़ा. गणेश चतुर्थी पर्व को लेकर एक दिन पूर्व शहर बल्कि पूरे जिले के बाजारों में गणेश प्रतिमा खरीदने को लेकर मूर्ति प्रतिष्ठानों में खासी चहल-पहल रही। जानकारों के अनुसार गणपति की स्थापना को लेकर गुरुवार को चार मुहूर्त अतिउत्तम हैं। लेकिन स्थापना सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त के बीच कभी भी की जा सकती है। स्थापना मुहूर्त को लेकर त्र्यम्बकेश्वर महादेव मंदिर पुजारी पं. हरीश शर्मा ने बताया कि सुबह 6 से साढ़े सात बजे तक, दोपहर 12 से डेढ़ बजे तक, डेढ बजे से साढ़े तीन बजे तक और शाम को साढ़े चार बजे से शाम 6 बजे तक विशेष मुहूर्त है, जिसमें प्रतिमा की स्थापना विशेष फलदायी रहेगी।
मंदिरों में तैयारियां पूरी
पर्व को लेकर मंदिरों में भी तैयारियां पूरी हो चुकी है। शहर के प्रसिद्व श्री सिद्वि विनायक गणपति मंदिर को आकर्षक सजाया गया है। श्रीमद् भागवत समिति के अध्यक्ष रवीन्द्रलाल मेहता ने बताया कि इस दौरान मंदिर में आने वाले दर्शनार्थियों की सुविधा को लेकर भी विशेष प्रयास किए गए हैं। श्री गणेश भक्त मण्डल के अध्यक्ष डॉ. दीपक द्विवेदी ने बताया कि सुबह गणेश महापूजा होगी। जन्म की महाआरती दोपहर 12.00 बजे तथा रात्रि में मेला भरेगा।
बच्चे से लेकर बुजुर्ग पहुंचे प्रतिमा लेने
बुधवार को शहर की सभी दुकानों में चहलपहल नजर आई। गणपति प्रतिमा खरीदने को लेकर सुबह से शाम तक बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक दुकानों में चहलकदमी करते नजर आए।
घर में पूर्व दिशा में करें स्थापना
ज्योतिषाचार्य कृष्णकांत पी. त्रिवेदी ने बताया घर में पूर्व दिशा में गणपति प्रतिमा की स्थापना विशेष फलदायी होती है। पूजन को लेकर उन्होंने बताया कि चतुर्थी के दिन गणपति का स्नान गुड़-पानी, पंचामृत से अभिषेक करना चाहिए। इसके अतिरिक्त उन्हें एक से लेकर 21 तक दुर्वा, लाल पुष्प, लाल गुलाब चढ़ाना चाहिए। यदि चतुर्थी को सफेद चमेली गणपति को चढ़ाई जाती है तो कालसर्प योग का निवारण होता है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि गणपति अथर्वशेष, गणेश कवच, गणपति संकट नाशक स्त्रोत और गणपति सहस्त्रनामावलि नियमित रूप से करने से गणेश भगवान प्रसन्न होते हैं और विघ्नों का हरण कर उत्तम फल देते हैं।
आज घर-घर बिराजेंगे विघ्रहर्ता…
विघ्रहर्ता गणेश चतुर्थी से अनंत चतुर्दशी तक चलने वाले महोत्सव की तैयारियां बुधवार को चरम पर रही। गली मोहल्लों में गणेश स्थापना के लिए मूर्तियां क्रय कर ले जाने का पूरे दिन क्रम चला। बांसवाड़ा शहर से प्रतिमा ले जाते गणेश भक्त।
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