बांसवाड़ा : महिला सुरक्षा कानून के दुरुपयोग का अंदेशा, आधे से ज्यादा महिला अत्याचार के केस झूठे तीन साल गडरिये के पास रहा
राजू के मुतातिबक उसकी उम्र अभी 12 वर्ष है और वह तीन वर्ष पाली निवासी तुलसी राम गडरिये के साथ भेड़ चराने का काम रहा था। पिता ने मुझे गडरिये के पास दो हजार रुपए महीने के हिसाब से गिरवी रखा था। दूसरे वर्ष गडरिये ने ढाई हजार रुपए महीने के हिसाब से दिए और तीसरे वर्ष तीन हजार रुपए। इन तीन सालों में बस तीन बार घर गया। वो मुझे खूब काम कराता, मारता पीटता लेकिन मेरी कभी भागने की हिम्मत न हुई।
राजू के मुतातिबक उसकी उम्र अभी 12 वर्ष है और वह तीन वर्ष पाली निवासी तुलसी राम गडरिये के साथ भेड़ चराने का काम रहा था। पिता ने मुझे गडरिये के पास दो हजार रुपए महीने के हिसाब से गिरवी रखा था। दूसरे वर्ष गडरिये ने ढाई हजार रुपए महीने के हिसाब से दिए और तीसरे वर्ष तीन हजार रुपए। इन तीन सालों में बस तीन बार घर गया। वो मुझे खूब काम कराता, मारता पीटता लेकिन मेरी कभी भागने की हिम्मत न हुई।
साल में एक बार घर जाने देता था गडरिया
राजू ने बताया कि पिछले तीन वर्षों में वो घर तो जरूर आया पर इन दिनों में उसने न तो कभी होली देखी और न ही दिवाली। 12 महीने हो जाने के बाद ही गडरिया उसे घर जाने देता था तो इससे वो इन तीन सालों में किसी त्योहार में शामिल न हो सका।
राजू ने बताया कि पिछले तीन वर्षों में वो घर तो जरूर आया पर इन दिनों में उसने न तो कभी होली देखी और न ही दिवाली। 12 महीने हो जाने के बाद ही गडरिया उसे घर जाने देता था तो इससे वो इन तीन सालों में किसी त्योहार में शामिल न हो सका।
स्कूल जाने की मंशा जताई
सीडब्ल्यूसी सदस्यों से राजू ने स्कूल जाने की भी मंशा जताई। उसने बताया कि वो स्कूल जाना चाहता है। तीन वर्षों से वो स्कूल नहीं जा पाया। वो पढ़लिखकर आगे बढऩा चाहता है।
सीडब्ल्यूसी सदस्यों से राजू ने स्कूल जाने की भी मंशा जताई। उसने बताया कि वो स्कूल जाना चाहता है। तीन वर्षों से वो स्कूल नहीं जा पाया। वो पढ़लिखकर आगे बढऩा चाहता है।