जानकारी के अनुसार झीकली निवासी रणजीत पुत्र धनजी कटारा सोमवार शाम को टीमेड़ा गांव से अपने घर झीकली जा रहा था कि रास्ते में कणजपाड़ा गांव में बाइक चालक टीमेड़ा निवासी प्रेमसिंह पुत्र थावरा राणा ने पीछे से रणजीत को टक्कर मार दी। इसमें वह गंभीर घायल हो गया। उसे कुशलगढ़ अस्पताल लेकर पहुंचे। प्राथमिक उपचार के बाद बांसवाड़ा महात्मा गांधी चिकित्सालय रैफर किया गया, लेकिन यहां भी उसकी तबीयत में सुधार नहीं होने पर उसे रात में ही उदयपुर रैफर कर दिया गया। रणजीत ने मंगलवार को इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
परिजन घर छोड़ भागे
सूत्रों के अनुसार घटनाक्रम के बाद दोनों पक्षों में मंगलवार शाम को ही भांजगड़ा होने के बाद 2 लाख 50 हजार रुपया बतौर मौताणा देना तय हो गया था। प्रेमसिंह के परिजनों ने मृतक के परिजनों को 20 हजार रुपए नगद भी दे दिए थे। शेष राशि बुधवार सुबह स्टाम्प लिखने के बाद देना तय हुआ था, लेकिन बुधवार सुबह 10 बजे ही मृतक के परिजनों ने शव को टीमेड़ा ले जाकर बाइक चालक के घर रख दिया। इससे परिजन घर छोडकऱ फरार हो गए। इस पर ग्रामीण आक्रोशित हो गए और हंगामा कर मौताणा राशि पूरी देने पर ही शव हटाने पर अड़ गए।
सूत्रों के अनुसार घटनाक्रम के बाद दोनों पक्षों में मंगलवार शाम को ही भांजगड़ा होने के बाद 2 लाख 50 हजार रुपया बतौर मौताणा देना तय हो गया था। प्रेमसिंह के परिजनों ने मृतक के परिजनों को 20 हजार रुपए नगद भी दे दिए थे। शेष राशि बुधवार सुबह स्टाम्प लिखने के बाद देना तय हुआ था, लेकिन बुधवार सुबह 10 बजे ही मृतक के परिजनों ने शव को टीमेड़ा ले जाकर बाइक चालक के घर रख दिया। इससे परिजन घर छोडकऱ फरार हो गए। इस पर ग्रामीण आक्रोशित हो गए और हंगामा कर मौताणा राशि पूरी देने पर ही शव हटाने पर अड़ गए।
पुलिस की मौजूदगी में भांजगड़ा
इसके बाद पुलिस की मौजूदगी में भांजगड़ा हुआ और दोपहर में बाइक चालक प्रेमसिंह के परिजनों ने रुपयों की व्यवस्था कर 50 हजार राशि परिजनों को दी। साथ ही शेष राशि का स्टाम्प लिखकर दिया। इसके बाद शव मौके से हटाया गया।
इसके बाद पुलिस की मौजूदगी में भांजगड़ा हुआ और दोपहर में बाइक चालक प्रेमसिंह के परिजनों ने रुपयों की व्यवस्था कर 50 हजार राशि परिजनों को दी। साथ ही शेष राशि का स्टाम्प लिखकर दिया। इसके बाद शव मौके से हटाया गया।