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बांसवाड़ा नगर परिषद में 15 वार्ड बढ़ेंगे, पहली बार चुने जाएंगे 60 पार्षद, कुशलगढ़ में 20 और परतापुर-गढ़ी नगर पालिका में होंगे 25 वार्ड

locationबांसवाड़ाPublished: Jun 11, 2019 03:00:25 pm

Submitted by:

Varun Bhatt

वार्डों की संख्या का पुनर्निधारण निकाय की जनसंख्या के आधार पर किया है

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बांसवाड़ा नगर परिषद में 15 वार्ड बढ़ेंगे, पहली बार चुने जाएंगे 60 पार्षद, कुशलगढ़ में 20 और परतापुर-गढ़ी नगर पालिका में होंगे 25 वार्ड

बांसवाड़ा. नगर परिषद में पार्षद बनने की चाह रखने वाले राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं के लिए अच्छी खबर है। स्वायत्त शासन विभाग ने प्रदेश के निकायों में वार्डों की संख्या का पुनर्निधारण कर दिया है। इसके अनुसार बांसवाड़ा नगर परिषद में 15 वार्ड बढ़ेंगे, वहीं कुशलगढ़ नगरपालिका में भी पांच वार्डों में वृद्धि होगी। नवगठित परतापुर-गढ़ी नगर पालिका में 25 वार्ड रहेंगे। स्वायत्त शासन विभाग ने राजस्थान नगरपालिका अधिनियम 2009 में प्रदत्त शक्तियों के आधार पर वार्डों की संख्या का पुनर्निधारण निकाय की जनसंख्या के आधार पर किया है। निकायों के आगामी चुनाव इन्हीं वार्डों के आधार पर होंगे, जिससे राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं और आम शहरी को पार्षद बनने का मौका मिल सकेगा।
इन्हें किया अधिकृत
वार्डों के पुनर्सीमांकन व पुनर्गठन को लेकर मुख्य नगरपालिका अधिकारी को प्राधिकृत अधिकारी के रूप में कार्य करने के लिए अधिकृत किया गया है। उन्हें नगर नियोजक, सहायक नगर नियोजक व अन्य कार्मिकों के सहयोग से तय अवधि में यह कार्य करने के लिए पाबंद किया गया है। इसके अतिरिक्त वार्डों के प्रस्ताव, प्रस्तावों की जांच, वार्डों का राजपत्र में आरंभिक प्रकाशन, दावे और आपत्तियों का निस्तारण कर राज्य सरकार से अनुमोदन कराने आदि की जिम्मेदारी भी मुख्य नगरपालिका अधिकारी की रहेगी।
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तय की समयावधि
आयुक्त व अधिशासी अधिकारी को वार्डों में पुनर्सीमांकन के प्रस्ताव तैयार करने और प्रकाशन 10 जून से चार जुलाई तक करना होगा। पांच से 15 जुलाई तक पुनर्सीमांकन के प्रस्तावों पर आपत्ति आमंत्रित और प्राप्त की जाएगी। नक्शे के साथ वार्ड गठन प्रस्ताव और प्राप्त दावे व आपत्ति पर टिप्पणी सरकार को 16 से 22 जुलाई के बीच भेजनी होगी। 23 जुलाई से छह अगस्त तक राज्य सरकार को आपत्तियों का निस्तारण और प्रस्तावों का अनुमोदन करना होगा। सात अगस्त से 19 अगस्त से बीच राज्य सरकार को पुनर्सीमांकित वार्डों का राजपत्र में प्रकाशन करना होगा।
निगम की ओर कदम
बांसवाड़ा नगर परिषद के वार्डों की सख्ंया 60 होने के साथ ही इसके क्रमोन्नत होकर निगम बनने की भी उम्मीद बंधेगी। वर्तमान में संभाग मुख्यालय उदयपुर में 55 वार्ड हैं और वहां नगर निगम है। ऐसे में वार्ड की संख्या को आधार मानें तो आने वाले समय में बांसवाड़ा नगर परिषद निगम का दर्जा हासिल कर सकेगा।
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पहली बार होंगे तीन निकायों के चुनाव
वार्डों के निर्धारण के साथ ही जिले में पहली बार तीन निकायों के चुनाव होंगे। जिले में पहले नगर परिषद बांसवाड़ा और कुशलगढ़ नगरपालिका थी। पिछली भाजपा सरकार ने परतापुर-गढ़ी को नगर पालिका घोषित किया था। इसके बाद अब जिले में तीन नगर निकाय हो गए हैं। इनमें बांसवाड़ा नगर परिषद और परतापुर गढ़ी के लिए आगामी नवम्बर-दिसम्बर में चुनाव प्रस्तावित हैं। वहीं कुशलगढ़ नगर पालिका के चुनाव में अभी एक वर्ष शेष है।
बदलेंगे राजनीतिक समीकरण
वार्ड पुनर्गठन के बाद आने वाले निकाय चुनाव में राजनीतिक समीकरण बदलने तय हैं। हालांकि सभापति का चुनाव प्रत्यक्ष होना है, लेकिन पार्षद बनने का ख्वाब संजो रहे राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं के लिए परिसीमन के बाद हार-जीत के पूर्वानुमान बदल सकते हैं। यह भी संभव है कि अब तक एक ही बूथ पर वोट कर रहे मतदाता भविष्य में अलग-अलग वार्डों में बंट सकते हैं। इसके अलावा वार्डों के पुनर्गठन से अब वार्ड का क्षेत्रफल पहले की तुलना में छोटा होगा। मतदाता भी कम होंगे। ऐेसे में भविष्य में विकास के लिए आने वाले बजट में वार्ड में अधिक विकास कार्य हो सकेंगे।
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