इसके अलावा महिलाओं ने अपने स्तर से भी कई बार देसी शराब के अड़्ढ़ों को तोडऩे की कार्रवाई की हैं, लेकिन पुलिस और प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा हुआ है। महिलाओं का कहना है की आखिर प्रशासन और पुलिस के सामने एेसी क्या मजबूरी है कि वे कार्रवाई के नाम पर अपने हाथ खींचे हुए हैं। महिलाएं घरेलु हिंसा से लेकर घर में शराबी हो चुके सदस्यों से पीडि़त हैं। फिर भी पुलिस, आबकारी व प्रशासन कार्रवाई नहीं कर रहा है। जिला विशेष शाखा के खुफिया तंत्र की खुली पोल आए दिन कलक्ट्री में प्रदर्शनों से परेशान होकर अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों करने से पूर्व मुख्यद्वार पर रोकने के लिए पुलिस एवं प्रशासन ने मुख्यद्वार पर एक चौकी लगा रखी है। इसके अलावा एेसे प्रदर्शनों की पूर्व सूचना के लिए जिला विशेष शाखा तक नियुक्त है। इसके बाद डीएसबी एवं चौकी पुलिस को इसकी खबर तक नहीं लगी। इतना ही नहीं महिलाओं को रोकने टै्रक्टरों में कलक्ट्री पहुंची महिलाओ ने करीब एक घंटे तक नारेबाजी और प्रदर्शन किया।