अभियान के तहत तंबाकू विरोधी गतिविधियां आयोजित होंगी। वाद-विवाद प्रतियोगिता, पोस्टर प्रतियोगिता, प्रतिज्ञा और रैलियों के माध्यम से विद्यार्थियों को जागरूक किया जाएगा। नारायण हेल्थ सिटी के कैंसर सर्जन और वॉयस ऑफ टोबैको विक्टिम्स के संरक्षक डॉ. विवेक शेट्टी ने कहा कि कर्नाटक में 1.03 करोड़ लोग तंबाकू का प्रयोग करते हैं। इनमें 90 फीसदी Users अपनी किशोरावस्था में तंबाकू का सेवन शुरू करने लगते हैं। World Health Organization के आंकड़ों के अनुसार विश्व स्तर पर 1.65 बच्चे पांच वर्ष की आयु से पहले दूसरों द्वारा धूम्रपान से उत्पन्न धुएं से श्वसन संक्रमण के कारण मर जाते हैं। कम उम्र के लोगों में कैंसर होने का पता चल रहा है और इसका एक कारण तंबाकू उत्पादों का व्यापक सेवन है। तंबाकू सेवन की लत छोडऩे की दर बहुत कम है। इसलिए अधिक से अधिक प्रयास Youth में तंबाकू सेवन की दर कम करने की दिशा में होना चाहिए।
बीयू के कुलपति Dr. K. R. Venugopal ने कहा कि बीयू के पास 10 हजार स्वयंसेवकों वाली 104 एनएसएस इकाइयां हैं और सभी इकाइयों की सक्रिय भागीदारी से समाज में सकारात्मक सामाजिक व्यवहार परिवर्तन होगा। कार्यशाला के दौरान शिक्षकों और छात्रों ने तंबाकू विरोधी प्रतिज्ञा भी ली।