लोग तो मरने के बाद 13 दिन ही याद रखते हैं। अब तो वो समय भी चला गया। अब तो तीसरे दिन ही सब कर देते हैं। समय किसके पास है। अब तो रिश्ते सिर्फ नाम के रह गए हैं। आपने जितनी उम्र खो दी, उसे जाने दें। अब जागने का वक्त है, अब तो जागें। मैं जागरण का संदेश लेकर आया हूं। ये आकिंचन्य धर्म यही कह रहा है। अपनी फिक्र करें अब सबकी फिक्र करना छोड़ दें। अपने आप को जाने, क्योंकि जो अपने आपको जान लेता है वह सबको जान लेता है। उत्तम आकिंचन्य धर्म यही संदेश देता है। अब अंतर की फिक्र करो, अन्तर्मन की यात्रा का ही नाम आकिंचन्य धर्म है।
दलित महिला को सौंपा सहायतार्थ चेक
मंड्या. जिलाधिकारी मंजूश्री के निर्देश पर शनिवार को समाज कल्याण विभाग की ओर से बेकलावा गांंव की जानकी को 50 हजार व जिला इलाके वृत्ति की ओर से 20 हजार रुपए का चेक दिया गया। गौरतलब है कि कर्जा नहीं चुकाने पर गत दिनों महिला से मारपीट कर उसका अपहरण करने की कोशिश की गई थी। इस मामले में पुलिस ने आरोपियों को पकड़ा है। इस अवसर पर कार्यक्रम में उपविभाग अधिकारी रुपा, उपनिदेशक मालती आदि उपस्थित रहे।