इस मसले पर सोमवार को बुलाई गई कांग्रेस की समन्वय समिति व चुनाव समिति की बैठकों में कांग्रेस के नेता इस नतीजे पर पहुंचे कि जद-एस के लिए वे केवल 8 सीटें छोड़ सकते हैं। लेकिन जिन दस सीटों पर पहले से कांग्रेस के सांसद हैं उन्हें किसी हाल में नहीं छोड़ा जाएगा।
दूसरी तरफ जद-एस मैसूरु, मंड्या, चामराजनगर, बेंगलूरु ग्रामीण, बेंगलूरु उत्तर, कोलार, चिक्कबल्लापुर, तुमकूरु, हासन, शिवमोग्गा सहित कुल 10 सीटों को पार्टी के लिए छोडऩे की कांग्रेस से मांग कर रहा है लेकिन कांग्रेस दक्षिण कर्नाटक में अपने सफाए के लिए बिल्कुल तैयार नहीं है।
पार्टी नेताओं की सोमवार को हुई बैठक के बाद सिद्धरामय्या ने दो टूक कह दिया है कि हम अपने सांसदों वाली चामराजनगर, कोलार, बेंगलूरु ग्रामीण, तुमकूरु, चिक्कबलापुर सीटें नहीं छोड़ेंगे। बैठक में जद-एस को बेंगलूरु उत्तर, हासन, मंड्या, मैसूरु, बेलगावी तथा धारवाड़ सीटें देने पर चर्चा हुई लेकिन इस बारे में देवेगौड़ा से चर्चा करके अंतिम निर्णय करने पर सहमति बनी।
आतंकी हमले पर राजनीति नहीं हो: खरगे
बेंगलूरु. लोकसभा में कांग्रेस के नेता एम. मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा है कि आतंकी हमले के प्रकरण को लेकर किसी को राजनीतिक लाभ उठाने या राजनीति करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। देश की सुरक्षा की दृष्टि से सभी को दलीय भेदभाव भुलाकर को एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष करना होगा।
खरगे ने मंगलवार को कलबुर्गी में कहा कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में देश के अनेक जवान शहीद हुए हैं। उन्होंने कहा कि देश की जनता इस पीड़ा से आहत है। ऐसे समय में किसी को भी हमारे सैनिकों का मनोबल तोडऩे का काम नहीं करना चाहिए।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नाम लिए बगैर कहा कि संकट की इस घड़ी में किसी को अपने आप को अतिरंजित नहीं करना चाहिए और इससे राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश भी नहीं करनी चाहिए।
कश्मीर के अलगाववादी नोताओं को दी गई सुरक्षा व सुविधाएं वापस लेने के कदम पर खरगे ने कहा कि इस निर्णय का हम समर्थन करते हैं। आतंकवादियों का सफाया करने के लिए सेना कोई भी कदम उठाती है तो हम उसका समर्थन करेंगे।