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KPCC: अगले तीन माह में होगा प्रदेश कांग्रेस का पुनर्गठन

locationबैंगलोरPublished: Jun 27, 2019 12:52:11 am

Submitted by:

Rajendra Vyas

Congress के प्रदेश प्रभारी वेणुगोपाल ने बनाई रणनीति
जिला, तहसील, ब्लॉक और बूथ स्तर पर समितियों का गठन होगा। युवा और उत्साही कार्यकर्ताओं को प्रमुखता दी जाएगी
कार्य अगले तीन माह में पूरा किया जाएगा
Bengaluru में सभी स्तर की समितियों के पदाधिकारियों का तीन दिवसीय Training होगा

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KPCC: अगले तीन माह में होगा प्रदेश कांग्रेस का पुनर्गठन

बेंगलूरु. Congress के महासचिव और पार्टी के प्रदेश मामलों के प्रभारी केसी वेणुगोपाल ने कहा कि अगले सप्ताह के अंदर प्रदेश कांग्रेस का पुनर्गठन होगा।
उन्होंने बुधवार को पार्टी कार्यालय में loksabha चुनाव में पराजय का सामना करने वाले उम्मीदवारों के अलावा प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं के साथ उच्च स्तरीय बैठक के बाद media से कहा कि सबसे पहले प्रदेश कार्यकारिणी का पुनर्गठन होगा। उसके बाद जिला, तहसील, ब्लॉक और बूथ स्तर पर समितियों का गठन होगा। युवा और उत्साही कार्यकर्ताओं को प्रमुखता दी जाएगी। इस कार्य को अगले तीन माह में पूरा किया जाएगा।
वेणुगोपाल ने कहा कि प्रदेश के सभी जिलों और तहसीलों का दौरा कर पार्टी को निचले स्तर से मजबूत किया जाएगा। पंचायत स्तर पर भी committees को गठित करने पर विचार होगा। bengaluru में सभी स्तर की समितियों के पदाधिकारियों का तीन दिवसीय training होगा। इस प्रशिक्षण में पार्टी को मजबूत करने और लोगों को विश्वास में लेने का कार्य शामिल है। इसके अलावा party को मजबूत करने के लिए एक work plan बनाई गई है।
हारे प्रत्याशियों ने गठबंधन को बताया बड़ी वजह
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में पराजित उम्मीदवारों ने उनकी हार के लिए पहला कारण जनता दल-एस के साथ coalition को बताया है। कई उम्मीदवारों ने Janata Dal-S के साथ नाता तोड़ कर मध्यावधि चुनाव कराने का सुझाव दिया है, लेकिन ऐसा नहीं होगा, प्रदेश में coalition government अपनी अवधि पूरी करेगी। अगले चार साल तक एचडी कुमारस्वामी ही मुख्यमंत्री बने रहेंगे।
गठबंधन पर बयानबाजी पर रोक
उन्होंने कहा कि कांग्रेस का कोई भी minister , MLA या Leader गठबंधन सरकार को असहज करने वाला कोई बयान नहीं देगा। बयान देनेेे वालों के खिलाफ disciplinary कार्रवाई होगी। कुछ उम्मीदवारों ने उन्हें हराने के लिए खुद पार्टी के विधायकों को दोषी ठहराया है। सत्यान्वेषण समिति ने अभी तक रिपोर्ट पेश नहीं की है। report में अगर उम्मीदवारों को हराने में पार्टी विधायकों की भूमिका सामने आती है तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि वे IMA company के बारे में कोई जानकारी नहीं रखते हैं। सरकार ने इस मामले की जांच के लिए Special Investigation Team गठित किया है। इस मामले में किसी को बचाया नहीं जा रहा है।

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