अब GVK-EMRI (आपातकालीन प्रबंधन व अनुसंधान संस्थान) प्रदेश के Government Hospitals के चिकित्सकों, नर्सों और आशा कार्यकर्ताओं को एसीएलएस (Advance Cardia Life Support) के गुर सिखलाएगा। इस दौरान सभी को हृदय घात से लोगों को बचाने के तरीके सिखाए जाएंगे।
यस योजना के तहत जीवीके-इएमआरआइ ने पिनीय स्थित आपातकालीन चिकित्सा अध्ययन केंद्र (इएमएलसी) में सोमवार को पहले प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया।
जीवीके-इएमआरआइ 108 , बेंगलूरु के प्रोग्राम प्रबंधक मोहम्मद आसिफ ने बताया कि बेंगलूरु, रामनगर और कोलार सरकारी अस्पताल के २५ चिकित्सक प्रशिक्षण शिविर में शामिल हुए। जीवीके-इएमआरआइ हर जिले के स्वास्थ्य प्रशिक्षण केंद्र में इस शिविर का आयोजन करेगा। ताकि चिकित्सकों, नर्सों और आशा कार्यकर्ताओं को बेंगलूरु तक का सफर तय नहीं करना पड़े।
इससे पहले इएमआरआइ के उप निदेशक स्वतंत्र कुमार बी. , जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. टी. अमरनाथ और आपातकालीन Ambulance सेवा 108 के कार्यवाहक प्रदेश प्रभारी हनुमंत ने शिविर का उद्घाटन किया। मानव संसाधान विभाग के प्रमुख धरनीष और विधि विभाग प्रमुख शिवाजी यू. ने भी कार्यक्रम में हिस्सा लिया।