scriptदूसरी बार केन्द्रीय मंत्री बने सदा आनंद में रहनेवाले सदानंद गौड़ा | Sadanand Gowda became the Union Minister for the second time | Patrika News

दूसरी बार केन्द्रीय मंत्री बने सदा आनंद में रहनेवाले सदानंद गौड़ा

locationबैंगलोरPublished: May 31, 2019 05:00:41 pm

कहा जाता है कि जिंदगी जिंदादिली का नाम है। जो हंसना जानता है वही सच्चे अर्थों में जीना जानता है। इस कहावत को पूरी तरह चरितार्थ करते हैं सदा आनंद में रहनेवाले बेंगलूरु उत्तर संसदीय क्षेत्र के सांसद सदानंद गौड़ा। मुस्कान हमेशा उनके चेहरे पर रहती है। हंसमुख छवि और शालीन व्यक्तित्व के धनी सदानंद गौड़ा ने बेंगलूरु उत्तर संसदीय क्षेत्र से लगातार दूसरी बार चुनाव जीता है और लगातार दूसरी बार केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल हुए हैं।

bangalore news

दूसरी बार केन्द्रीय मंत्री बने सदा आनंद में रहनेवाले सदानंद गौड़ा

बेंगलूरु. कहा जाता है कि जिंदगी जिंदादिली का नाम है। जो हंसना जानता है वही सच्चे अर्थों में जीना जानता है। इस कहावत को पूरी तरह चरितार्थ करते हैं सदा आनंद में रहनेवाले बेंगलूरु उत्तर संसदीय क्षेत्र के सांसद सदानंद गौड़ा। मुस्कान हमेशा उनके चेहरे पर रहती है। हंसमुख छवि और शालीन व्यक्तित्व के धनी सदानंद गौड़ा ने बेंगलूरु उत्तर संसदीय क्षेत्र से लगातार दूसरी बार चुनाव जीता है और लगातार दूसरी बार केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल हुए हैं।
६६ वर्षीय सदानंद गौड़ा तटीय कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले से आते हैं। वे पहली बार वर्ष २००४ में मेंगलूरु से और दूसरी बार २००९ में उडुपी चिकमगलूरु संसदीय क्षेत्र से चुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे। इस बीच जब वर्ष २०११ में राज्य की तत्कालीन भाजपा सरकार में मुख्यमंत्री बीएस येड्डियूरप्पा को खनन आरोपों में पद छोडऩा पड़ा तब सदानंद गौड़ा करीब ११ महीने तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे थे।
वोक्कालिगा समुदाय से आने वाले सदानंद ने अपने राजनीतिक जीवन में कई उतार चढ़ाव देखे हैं। वे भाजपा के चुनिंदा सांसदों में हैं जिन्होंने तीन अलग अलग संसदीय क्षेत्रों से चुनाव जीतने में सफलता पाई है। साथ ही पार्टी में वे वोक्कालिगा समुदाय के सबसे प्रभावी चेहरे हैं। वर्ष २०१४ में मोदी सरकार में मंत्री बनने के बाद उन्होंने रेल मंत्रालय, कानून एवं न्याय मंत्रालय, रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय जैसे महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी निभाई।
भाजपा का अभेद गढ़ बन चुके बेंगलूरु को मंत्रिमंडल में उचित प्रतिनिधित्व देने के तौर पर गौड़ा को मंत्री बनाया गया है। उनके मंत्री बनने से पार्टी ने वोक्कालिगा समुदाय में पैठ बढ़ाने की दूरदर्शिता भी दिखाई है।
दक्षिण कर्नाटक में वोक्कालिगा समुदाय को अब तक कांग्रेस और जद-एस का करीबी माना जाता रहा है। सदानंद गौड़ा के बहाने पार्टी ने वोक्कालिगा समुदाय को अपने पक्ष में गोलबंद करने का संदेश भी दिया है। साथ ही गौड़ा के तटीय कर्नाटक से आने के कारण पार्टी ने बेंगलूरु से इतर तटीय क्षेत्र में भी गौड़ा का पार्टी के चेहरे के रूप में पेश किया है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो