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अब मीडिया से बात नहीं करेंगे कुमारस्वामी

locationबैंगलोरPublished: Nov 22, 2018 08:33:07 pm

बयानों को लेकर उपजे विवाद से खफा

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मुझे ‘समझौते’ की राजनीति करने की जरूरत नहीं : कुमारस्वामी

बेंगलूरु. गन्ना किसानों के आंदोलन के दौरान अपने बयानों के कारण उपजे विवाद के बाद अब मुख्यमंत्री मीडिया से बात नहीं करेंगे। वे खुद को सिर्फ सार्वजनिक कार्यक्रमों तक सीमित रखेंगे और मीडिया के सवालों का अलग से कोई जवाब नहीं देंगे। ताजा विवाद से खफा दिख रहे कुमारस्वामी ने कहा कि मीडिया का एक हिस्सा उनके और उनकी पार्टी के खिलाफ अभियान चला रहा है। उनके छोटे से छोटे बयान को भी निहित स्वार्थवश तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है।
गुरुवार को यहां एक कार्यक्रम में कुमारस्वामी बोले – ‘मीडिया के रवैये से दुखी हूं। कुछ तत्व मेरे खिलाफ हैं। वे मेरी हर टिप्पणी को नया मोड़ दे देते हैं। मीडिया मेरे बारे में जो कहना चाहता है कहे, मेरी खबरें छापे या न छापे। मुझे इसकी चिंता नहीं। मैं संवाददाता सम्मेलन भी नहीं करुंगा। अब भविष्य में अब खुद को केवल मंच पर बोलने तक सीमित रखूंगा, मीडिया के साथ पृथक से कोई बातचीत नहीं करुंगा।’
उन्होंने व्यंग्य कसते हुए कहा कि ‘लगता है मुझे क्या बोलना है और क्या नहीं, इस बारे में मीडिया वालों की एक समिति बनाकर उससे सलाह लेनी होगी। एक वर्ग विशेष के लोग मुझसे बहुत ईष्र्या करते हैं। मैं कोई भी अच्छा काम करता हूं तो उसकी सराहना के बजाय खामियां निकाली जाती हैं।Ó
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जद-एस व कांग्रेस गठबंधन सरकार राज्य के लिए आपदा: भाजपा
कुमारस्वामी के इस बयान पर टिप्पणी करते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बी एस येड्डियूरप्पा ने कहा कि जद-एस और कांग्रेस की गठबंधन सरकार राज्य के लिए आपदा समान है। वादों को पूरा करने में विफल रहे कुमारस्वामी अब विफलताओं का ठीकरा मीडिया पर फोडऩा चाहते हैं।
एक टिप्पणी पर हो गया था विवाद
गौरतलब है कि रविवार को बेलगावी के सुवर्ण विधानसौधा के सामने किसानों के आंदोलन के दौरान एक महिला कृषक के खिलाफ कुमारस्वामी की टिप्पणी को लेकर विवाद हो गया था और इसके कारण गठबंधन सरकार को असहज स्थिति का सामना करना पड़ा था। बाद में कुमारस्वामी ने अपने शब्द वापस ले लिए थे। मुख्यमंत्री ने इस विवाद के लिए भी मीडिया के एक वर्ग को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि उनके शब्दों को गलत संदर्भ में पेश कर किसानों को भड़काने की कोशिश की गई। कुमारस्वामी के पिता एवं पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा ने भी इसे लेकर मीडिया पर निशाना साधा था और किसानों के आंदोलन को मीडिया प्रायोजित करार दिया था।
कुमारस्वामी के बयान पर कांग्रेस ने जताई थी आपत्ति
हालांकि, गठबंधन सरकार में भागीदार कांग्रेस ने कुमारस्वामी के बयान पर आपत्ति जताई थी। सोमवार को गठबंधन समन्वय समिति के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या ने देवेगौड़ा से मुलाकात की थी और इस दौरान उन्हें कुमारस्वमी को सार्वजनिक तौर पर संयम के साथ बोलने की सलाह देने के लिए कहा था ताकि गठबंधन को असहज स्थिति का सामना नहीं करना पड़े।
पहले भी कोसते रहे हैं मीडिया को
मई में दूसरी बार मुख्यमंत्री का पद संभालने के बाद से कुमारस्वामी अक्सर मीडिया को कोसते रहे हैं। जुलाई में कुमारस्वामी ने विधानसौधा (सचिवालय) की तीसरी मंजिल पर पर मीडिया के प्रवेश पर रोक लगाने के निर्देश दिए थे। हालांकि, बाद में आलोचनाओं के बाद सरकार का रुख नरम पड़ गया था। विधानसौधा की तीसरी मंजिल पर ही मुख्यमंत्री और मंत्रियों के दफ्तर हैं। सचिवालय में मीडिया के प्रवेश को सीमित करने के उद्देश्य से सरकार ने विधानसौधा से दूर वार्ता सौधा में एमजी मीडिया सेंटर बनाया है और सभी सरकारी संवाददाता सम्मेलन वहीं होंगे। मुख्यमंत्री के आवासीय कार्यालय कृष्णा में भी मीडिया के प्रवेश को पहले ही सीमित किया जा चुका है।

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