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दावा : जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा रद्द करने की ओर बढ़ रहे है मोदी और शाह

locationबैंगलोरPublished: Jun 24, 2019 04:58:49 pm

Submitted by:

Ram Naresh Gautam

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने किया दावा
श्यामा प्रसाद मुखर्जी को नेहरू का विकल्प नहीं बनने दिया गया

Article 370

जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा रद्द करने की ओर बढ़ रहे है मोदी और शाह

बेंगलूरु. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बीएस येड्डियूरप्पा ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि के बहाने कांग्रेस पर निशाना साधा है।

साथ ही यह भी कहा कि Jammu and Kashmir को संविधान के Article 370 के तहत मिले विशेष दर्जे को रद्द करने की दिशा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह बढ़ रहे हैं।
BJP कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने बाबा साहेब आंबेडकर व सरदार वल्लभ भाई पटेल की तरह ही डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी के साथ अन्याय किया था।

Congress ने डॉ. मुखर्जी की संदेहास्पद मौत के प्रकरण की भी जांच नहीं करवाई। कांग्रेस के विकल्प के तौर पर जनसंघ का गठन करने वाले मुखर्जी एक अच्छे कर्मयोगी थे। उनका जीवन व संकल्प साधना आज भी भाजपा के कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणास्पद है।
येड्डियूरप्पा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में बदलाव की बयार लाने जा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री HD kumarswamy राज्य में सूखा राहत कार्यों की ओर ध्यान देने के बजाय विपक्षी नेताओं की गतिविधियों पर नजर गड़ाए हुए हैं।
उन्होंने कहा कि तुमकूरु में deputy CM जी. परमेश्वर के गुजरने के मार्ग में पडऩे वाले एक मकान पर भाजपा का ध्वज लगाने पर नोटिस जारी करने के बारे में उन्हें पता चला है।
इस बारे में पूरी जानकारी जुटाई जाएगी। एक राष्ट्रीय पार्टी का ध्वज प्रदर्शित नहीं करने देना गलत होगा।

लिंगनमक्की जलाशय से बेंगलूरु शहर के लिए पानी लाने की योजना के बारे में येड्डियूरप्पा ने कहा कि शिवमोग्गा जिले के लोग पहले ही इसका विरोध कर रहे हैं और राज्य सरकार का इस परियोजना के लिए डीपीआर तैयार कराना ठीक नहीं है।
पूर्व मंत्री गोविंद कारजोल ने कहा कि कांग्रेस के कुछ नेता कहते हैं कि भाजपा के किसी भी नेता ने देश की आजादी के लिए त्याग व बलिदान नहीं किया।

टीका-टिप्पणियां करने वाले लोगों के परिवारों के कितनों लोगों ने आजादी के लिए संघर्ष किया है यह भी स्पष्ट किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने गन्ना उत्पादक किसानों के हितों की रक्षा के लिए Sugar Mill को 6 हजार करोड़ का रियायती ऋण दिया है।

लेकिन चीनी मिलों के मालिक किसानों के बकाया धन का भुगतान नहीं कर रहे हैं और राज्य सरकार भी कुछ नहीं कर रही है।
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