दूसरी तरफ कांग्रेस की उम्मीदवार सौम्या रेड्डी पहली बार चुनाव मैदान में होने के बावजूद कड़ी टक्कर दे रही हैं। सौम्या जयनगर का चार बार प्रतिनिधित्व कर चुके और अब बीटीएम ले-आउट से चुने गए विधायक रामलिंगा रेड्डी की बेटी हैं। रामलिंगा रेड्डी पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में परिवहन से लेकर गृह मंत्रालय तक महत्वपूर्ण विभाग संभाल चुके हैं।
दरअसल, जयनगर विधानसभा क्षेत्र में कुल 7 वार्ड हैं, जिसमें से छह वार्डों पर भाजपा के पार्षद काबिज हैं। लेकिन, जैसे ही बीएन प्रहलाद के उम्मीदवारी की घोषणा हुई, उनमें से एक पार्षद ने खुद के लिए टिकट की मांग करते हुए बीएन प्रहलाद के खिलाफ आवाज बुलंद कर दी। इससे पार्टी की उम्मीदों को गहरा धक्का लगा है और परिसीमन (वर्ष 2008) के बाद से लगातार यहां से जीत दर्ज करने वाली भाजपा की हार की अटकलें लगाई जाने लगीं। इस बीच प्रहलाद ने दावा किया कि उनका चुनाव पहले पार्षदों ने ही किया है। पार्षद उनका साथ दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि पार्षद शुरू से यहीं कह रहे थे कि अगर कोई बीएन विजय कुमार के परिवार से चुनाव नहीं लड़ेगा तो उस परिस्थिति में हम में से कोई एक उम्मीदवार बने। प्रहलाद अपनी जीत का दावा करते हैं लेकिन रामलिंगा रेड्डी की छवि के सहारे चुनाव लड़ रहीं कांग्रेस उम्मीदवार सौम्या रेड्डी भी इस सीट की प्रबल दावेदार बताई जा रही हैं।
जनता दल (ध) उम्मीदवार कालेगौड़ा के लिए यह चुनाव मुश्किलों से भरा है। वहीं निर्दलीय चुनाव लड़ रहे रविकृष्ण रेड्डी भी दावा करते हैं कि वे पिछले 7 महीने से यहां चुनावी अभियान में लगे हैं और उनकी मेहनत बेकार नहीं जाएगी। उन्होंने कहा कि निर्दलीय चुनाव जीतना बेहद कठिन है, लेकिन उम्मीद है कि यहां के मतदाता पार्टियों को देखकर नहीं बल्कि उम्मीदवार को देखकर वोट देंगे।
—- प्रमुख उम्मीदवार
बीएन प्रहलाद: भाजपा
सौम्या रेड्डी: कांग्रेस
कालेगौड़ा: जनता दल (ध)
रविकृष्ण रेड्डी: निर्दलीय —— फैक्ट फाइल मतदाता
कुल: 1.95 लाख
पुरुष: 98,886
महिला: 96,500
अन्य: 15 —– क्षेत्र के वार्ड
पट्टाभीरामनगर
बैरसंद्रा, जयनगर पूर्व,
गुरप्पनपाल्या,
जेपी नगर, सारक्की,
शाकम्बरी नगर