वे एनडीए के पूर्व छात्र हैं और उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए वायु सेना अकादमी में स्वोर्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किए जा चुके हैं। उन्हें 19 दिसंबर 1998 को भारतीय वायुसेना की फाइटर स्ट्रीम में कमीशन दिया गया था। वे एक कैट ए फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर और टेस्ट पायलट हैं। उनके पास लगभग 3000 घंटे की उड़ान का अनुभव है। उन्होंने सुखाई-30 एमकेआई, मिग-21, मिग-29, हॉक, डोर्नियर, एएन-32 आदि सहित विभिन्न प्रकार के एसी उड़ाए हैं। वे यूनाइटेड स्टेट्स स्टाफ कॉलेज, डीएसएससी, वेलिंगटन और एफआइएस, तांबरम के के पूर्व छात्र हैं। उन्होंने एक प्रमुख लड़ाकू विमान सुखाई-30 स्क्वाड्रन की कमान संभाली है।
2. ग्रुप कैप्टन अजीत कृष्णन ग्रुप कैप्टन अजीत कृष्णन का जन्म 19 अप्रैल 1982 को तमिलनाडु के चेन्नई में हुआ। वे एनडीए के पूर्व छात्र हैं और वायु सेना अकादमी में राष्ट्रपति के स्वर्ण पदक और स्वोर्ड ऑफ ऑनर के प्राप्तकर्ता हैं। उन्हें 21 जून 2003 को भारतीय वायुसेना की फाइटर स्ट्रीम में कमीशन दिया गया था। वे फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर और टेस्ट पायलट हैं और उनके पास लगभग 2900 घंटे की उड़ान का अनुभव है। उन्होंने सुखाई-30 एमकेआई, मिग-21, मिग-29, जगुआर, डोर्नियर, एएन-32 आदि विमान उड़ा चुके हैं। वे डीएसएससी, वेलिंगटन के पूर्व छात्र भी हैं।
3. ग्रुप कैप्टन अंगद प्रताप ग्रुप कैप्टन अंगद प्रताप का जन्म 17 जुलाई 1982 को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हुआ। वे एनडीए के पूर्व छात्र हैं और 18 दिसंबर 2004 को भारतीय वायुसेना की लड़ाकू शाखा में नियुक्त हुए थे। वह एक फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर और टेस्ट पायलट हैं और उनके पास लगभग 2000 घंटे की उड़ान का अनुभव है। उन्होंने सुखाई-30 एमकेआई, मिग-21, मिग-29, जगुआर, हॉक, डोर्नियर, एएन-32 आदि विमान उड़ाए हैं।
4. विंग कमांडर शुभांशु शुक्ला विंग कमांडर शुभांशु शुक्ला का जन्म 10 अक्टूबर 1985 को उत्तर प्रदेश के लखनऊ में हुआ था। वे एनडीए के पूर्व छात्र हैं और उन्हें 17 जून 2006 को भारतीय वायुसेना की लड़ाकू शाखा में नियुक्त किया गया था। वे एक फाइटर कॉम्बैट लीडर और एक टेस्ट पायलट हैं, जिनके पास लगभग 2000 घंटे की उड़ान का अनुभव है। उन्होंने सुखाई-30 एमकेआई, मिग-21, मिग-29, जगुआर, हॉक, डोर्नियर, एएन-32 आदि विमान उड़ाए हैं।