नवोन्मेष से सामाजिक समस्याओं का समाधान संभव: सुधा मूर्ति
बैंगलोरPublished: Feb 27, 2019 11:36:48 pm
इंफोसिस फाउंडेशन ‘आरोहण’ पुरस्कार समारोह
नवोन्मेष से सामाजिक समस्याओं का समाधान संभव: सुधा मूर्ति
बेंगलूरु. समाज में हम प्रति दिन कई व्यक्तियों को विभिन्न प्रकार की समस्याओं से संघर्ष करते हुए देखते हैं। हमारा मन ऐसे लोगों की समस्याओं को देखकर द्रवित होता है। इन लोगों को राहत दिलाने वाले समाज में कई लोग हंै। इन लोगों को चिह्नित कर उनके कार्यों को पुरस्कृत करने का प्रयास इंफोसिस फाउंडेशन की ओर से किया जा रहा है। इंफोसिस फाउंडेशन की अध्यक्ष डॉ. सुधा मूर्ति ने यह विचार रखे। मंगलवार को फाउंडेशन के आरोहण पुरस्कार समारोह में सुधा मूर्ति ने कहा कि समाज के प्रति संवेदनशील लोग ही कुछ लोग प्रयास करते हैं। युवाओं को प्रोत्साहित करने के साथ उनके नवोन्मेष को लक्ष्य तक पहुंचाने के लिए ऐसी प्रतिभाओं को संस्थागत समर्थन की आवश्यकता है। नवोन्मेष से समाज की समस्याओं का समाधान संभव है।
इन पुरस्कारों के चयन के लिए राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, मध्य प्रदेश समेत देश के विभिन्न राज्यों के 906 युवा प्रतिभाओं ने भाग लिया। जिन युवाओं ने इस प्रतियोगिता में भाग लेकर अपने अनूठे उत्पादों का प्रदर्शन किया है यह सभी युवा बधाई के पात्र हैं। आरोहण पुरस्कार की प्लेटिनम तथा गोल्ड श्रेणी का पुरस्कार प्राप्त करनेवाले युवाओं को इंफोसिस फाउंडेशन तथा आइआइटी हैदराबाद के संयुक्त तत्वावधान में 8 सप्ताह का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इनको मिला पुरस्कार
स्वास्थ्य चिकित्सा क्षेत्र में दिव्यांगों के लिए कृत्रिम अंग बनाने वाले मध्य प्रदेश के प्रशांत गाडे को ‘ईनाली आर्मÓ नवोन्मेष के लिए तथा शिक्षा क्षेत्र में दृष्टिबाधित विद्यार्थियों के लिए रियायती दरों पर ‘पर्सनल ब्रेल प्रिंटरÓ बनाने वाले पंजाब के खुशवंत राय तथा अंजलि खुराना को के लिए प्लेटिनम श्रेणी में 30-30 लाख रुपए, स्मृतिचिह्न तथा प्रमाणपत्र के साथ सम्मानित किया गया। गोल्ड श्रेणी में महाराष्ट्र के मयूर लाडोले, गौरव दास्ताने, निलेश जाधव को नलकूप का पानी शुद्ध करने के लिए तैयार किए गए ‘नोवल वॉटर डिसइनफेक्टिंग हैंडपंपÓ तथा महिला सुरक्षा व सशक्तिकरण के क्षेत्र में कार्य करने वाले समग्र इमपॉवरमेंट फाउंडेशन स्मार्ट लू को 20-20 लाख रुपए, स्मृति चिह्न तथा प्रमाणपत्र के साथ सम्मानित
किया गया। सिल्वर श्रेणी में बेसहारों की देखभाल क्षेत्र में गुजरात के सुमंत मुदलियार तथा विश्रुत गौरांग कुमार भट को हैंडीकेयर उपकरण तथा विशेष मॉस्क तथा स्वचालित दवा आपूर्ति उपकरण के लिए हरियाणा के आकाश भाडाणा तथा राहुल गुप्ता को 15-15 लाख रुपए स्मृतिचिह्न तथा प्रमाणपत्र के साथ सम्मानित किया गया।
इन पुरस्कारों की कांस्य श्रेणी में ग्रामीण विकास क्षेत्र में प्राकृतिक खाद तैयार करनेवाली मशीन तैयार करनेवाले राजस्थान के श्रवणकुमार बाज्या तथा शिक्षा क्षेत्र में नेत्रहिनों के लिए ऑडियो टेक्टिकल उपकरण तैयार करनेवाली कर्नाटक की संस्कृति दावले को 10-10 लाख की नकदी स्मृतिचिन्ह तथा प्रमाणपत्र के साथ सम्मानित किया गया।
ज्युरी स्पेशल श्रेणी में बायोग्रेडेबल सैनिटरी पैड तैयार करने वाले गुजरात के साथी पैड, शिक्षा क्षेत्र में विद्यार्थियों के लिए अनूठी स्कूल येलो बैग तैयार करने वाले महाराष्ट्र के चिराग भंडारी, सिद्धार्थ गाला तथा काव्या अनंत, कर्नाटक के करीबसप्पा, दयानंदा तथा अनिलकुमार को सोलार इन्सेक्ट टै्रप तैयार करने के लिए तथा महाराष्ट्र के अजिंक्य विकास धारिया को पैड केयर विकसित करने के लिए 5-5 लाख रुपए, स्मृतिचिन्ह तथा प्रमाणपत्र के साथ सम्मानित किया गया।