हम सभी प्रकृति के मेहमान के समान
मैसूरु. समकित मुनि ने कहा कि हम प्रकृति के मेहमान हैं। हमें मेहमान तरह तरह जीना आ जाए तो मानव जीवन में मजे ही मजे हैं। हम मेहमान बनकर इस दुनिया में आए हैं। जो समझदार मेहमान होता है। वह दूसरों के काम में टांंग नहीं अड़ाता है। जीवन को सम्यकता के साथ जियो। कोई हमारा सहयोग करे तो कभी भी धन्यवाद देना ना भूलें चाहे वे परिवार के सदस्य ही क्यों ना हों। डॉ. समकित मुनि बुधवार को मैसूरु के स्थानम में श्रीकृष्ण सुदामा चरित्र पर अपना व्याख्यान दे रहे थे। मुनि ने कहा कि व्यक्ति को ऐसे दोस्तों का साथ छोड़ देना चाहिए जो विचारों से दरित्र हों। संगत का जीवन पर बहुत प्रभाव पड़ता है। सज्जन का संग करने से हम भी सज्जन बन सकते हैं और दुर्जन के साथ दोस्ती करने से जीवन बेरंग बन जाता है। व्यक्ति को किसी की मजबूरी पर हंसना नहीं चाहिए। क्योंकि मजबूरियां कभी बताकर नहीं आती हैं। संचालन संघ के मंत्री सुशील नंदावत ने किया। रविवार को डॉ. समकित मुनि जैन मिलन डायलिसिस सेंटर में प्रवचन देंगे। यह जानकारी युवा संगठन के अध्यक्ष राजन बाघमार ने दी।
मैसूरु. समकित मुनि ने कहा कि हम प्रकृति के मेहमान हैं। हमें मेहमान तरह तरह जीना आ जाए तो मानव जीवन में मजे ही मजे हैं। हम मेहमान बनकर इस दुनिया में आए हैं। जो समझदार मेहमान होता है। वह दूसरों के काम में टांंग नहीं अड़ाता है। जीवन को सम्यकता के साथ जियो। कोई हमारा सहयोग करे तो कभी भी धन्यवाद देना ना भूलें चाहे वे परिवार के सदस्य ही क्यों ना हों। डॉ. समकित मुनि बुधवार को मैसूरु के स्थानम में श्रीकृष्ण सुदामा चरित्र पर अपना व्याख्यान दे रहे थे। मुनि ने कहा कि व्यक्ति को ऐसे दोस्तों का साथ छोड़ देना चाहिए जो विचारों से दरित्र हों। संगत का जीवन पर बहुत प्रभाव पड़ता है। सज्जन का संग करने से हम भी सज्जन बन सकते हैं और दुर्जन के साथ दोस्ती करने से जीवन बेरंग बन जाता है। व्यक्ति को किसी की मजबूरी पर हंसना नहीं चाहिए। क्योंकि मजबूरियां कभी बताकर नहीं आती हैं। संचालन संघ के मंत्री सुशील नंदावत ने किया। रविवार को डॉ. समकित मुनि जैन मिलन डायलिसिस सेंटर में प्रवचन देंगे। यह जानकारी युवा संगठन के अध्यक्ष राजन बाघमार ने दी।