उन्हें पुलिस थानों के अंतर्गत ही गश्ती करना पड़ता है। दूसरी तरफ स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने पुलिस कर्मचारियों को गश्ती के लिए साइकिल की सुविधा देने का सुझाव दिया था। परमेश्वर ने कहा कि साइकिल चलाने से पुलिस कर्मचारियों का स्वत: व्यायाम होने के साथ ही मोटापा भी कम होगा। 90 फीसदी सिपाही मोटापा की समस्या से ग्रस्त हैं। उन्होंने कहा कि सभी पुलिस कर्मचारियों को मैदानों और उद्यानों में सैर के लिए आने वाले लोगों पर नजर रख कर उन्हें सुरक्षा प्रदान कराने का आदेश दिया गया है।
स्कूलों और कालेजों के पास अधिक गश्ती करने कहा गया है। मंदिरों, बाजारों और अधिक भीड़ वाले क्षेत्रों में भी पुलिस की गश्ती रहेगी। सभी पुलिस कर्मचारियों को उनके पुलिस थानान्तर्गत सभी समाजकंटकों और अन्य अपराधियों के बारे में जानकारी रखनी होगी। अगर कोई भी अपराध हुआ तो इसके लिए पुलिस कांस्टेबलों को जिम्मेदार ठहराया जाएगा। प्रदेश मेंं सभी समाजकंटकों को विभिन्न श्रेणी में रखा गया है।
गश्ती पुलिस कांस्टेबलों को गिरफ्तार हुए, जमानत पर रिहा हुए और अन्य गतिविधियों मे लिप्त समाटकंटो के बारे में विस्तृत जानकारी रखनी होगी। हर माह सभी समाजकंटकों को पुलिस थाने जाकर हाजिरी देनी होगी। अगर वह असामाजिक गतिविधियों में लिप्त पाए गए तो उनकेखिलाफ गुंडा अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जेल भेजा जाएगा। तुमकूरु को नगर निगम का दर्जा मिलने के बाद यहां जनसंख्या के आधार पर पुलिस थाने खोले जाएंगे। फिलहाल केवल चार पुलिस थाने हैं।