पार्टी के रूख से दुखी
व्यथित दिख रहे शेट्टर ने कहा कि वे यह समझने में विफल रहे कि उन्हें पार्टी के टिकट से क्यों वंचित किया जा रहा है। जो लोग मुझे समझाने आए थे, उनके पास टिकट के इनकार पर मेरे सवाल का कोई जवाब नहीं था। प्रधान ने कहा कि अगर मैं दावेदारी छोड़ता हूं तो वे मेरे परिवार के किसी भी सदस्य को टिकट देने और मुझे एक उच्च पद की पेशकश करने को तैयार हैं। लेकिन मैंने साफ कर दिया चुनाव मैं ही लड़ूंगा, पार्टी का कोई अन्य सदस्य नहीं। शेट्टर ने कहा कि दशकों तक पार्टी की सेवा करने के बाद यह सुनकर बहुत दुख हुआ। किसी का नाम लेने से इनकार करते हुए उन्होंने कहा कि जो लोग भविष्य में मुख्यमंत्री पद के लिए उनके संभावित दावे से डरते थे, वे उनके साथ दुव्र्यवहार के पीछे थे।
इससे पहले शेट्टर ने दो बार अपने फैसले की घोषणा स्थगित की थी। पहले उन्होंने अपनी उम्मीदवारी घोषित करने के लिए पार्टी को शनिवार दोपहर तक का अल्टीमेटम दिया था मगर फिर शाम तक के लिए टाल दिया। इससे पहले पार्टी आलाकमान के निर्देश पर शनिवार सुबह केंद्रीय मंत्री और धारवाड़ के सांसद प्रहलाद जोशी ने शेट्टर से उनके घर पर मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच बंद कमरे में हुई बातचीत के बाद शेट्टर ने रविवार तक समर्थकों की बैठक टालने की बात कही। बाद में जोशी ने कहा कि शेट्टर वरिष्ठ नेता हैं और मामले पर आलाकमान समुचित निर्णय लेगा। बैठक के दौरान विधान पार्षद प्रदीप शेट्टर और मंत्री शंकर पाटिल मुनेनकोप्प भी मौजूद थे। फिर बाद में शेट्टर ने शाम में प्रधान और बोम्मई से मुलाकात के बाद फैसले की बात कही।
दिन में पत्रकारों से बातचीत में शेट्टर ने कहा था कि मुझे टिकट न देना पार्टी को उत्तर कर्नाटक में 20-25 सीटों पर भारी पड़ेगा। वरिष्ठ नेताओं से इस तरह के व्यवहार के बारे में पूछे जाने पर शेट्टर ने कहा कि इसके बारे में पार्टी को विचार करना चाहिए। यहां तक कि पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येडियूरप्पा ने भी कहा है कि मुझे टिकट नहीं मिलने का असर उत्तर कर्नाटक के कई निर्वाचन क्षेत्रों पर पड़ेगा। हुब्बल्ली-धारवाड़ नगर निगम के कुछ पार्टी पार्षदों ने शेट्टर को टिकट देने की मांग को लेकर इस्तीफे की पेशकश की है।
बोम्मई ने जताया मामला सुलझने का भरोसा
इससे पहले बोम्मई ने कहा था कि शेट्टर को समझाने की कोशिश की जा रही है। शेट्टर जनसंघ के परिवार से आते हैं और हमेशा भाजपा के प्रति वफादार रहे हैं। शेट्टर को किसी भी कीमत पर पार्टी में बनाए रखने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से बातचीत हो चुकी है। हम भाजपा में शेट्टर को बनाए रखने के लिए आश्वस्त हैं। बोम्मई ने इस बात से इनकार किया कि शेट्टर के टिकट कटने के पीछे उनकी भूमिका है।