मैसूरु महल से बन्नीमंटप तक निकला जम्बो सवारी का चार किलोमीटर मार्ग भी कचरे से पटा है। इस बीच शनिवार तड़के करीब 40 सफाईकर्मियों ने सफाई की कमान संभाली। बाद में कुछ अन्य सफाई कर्मियों को भी सफाई में लगाया गया। सबसे पहले महल परिसर, चामराजा और केआर सर्कल पर बने पंडाल एवं बैरिकेड को हटाया और उसके बाद सफाई का काम शुरू हुआ।
दशहरा जुलूस में शामिल 42 झांकियों का बन्नीमंटप मैदान में रखा गया है और शनिवार शाम तक करीब 25 से 30 झांकियों की सामग्री खोली जा चुकी थी। झांकी के लिए राज्य के विभिन्न भाागों से आए कलाकार अपनी सामग्री के साथ प्रस्थान करने की तैयारी में थे।
एमसीसी आयुक्त केएच जगदीश ने कहा कि दशहरा महोत्सव का भव्य आयोजन देर रात समाप्त हुआ और हमने तुरंत बाद सफाई शुरू कर दी। हालांकि शहर को पूरी तरह से साफ करने में रविवार तक का समय लग जाएगा क्योंकि क्योंकि कई जगहों पर शनिवार दोपहर तक पंडाल और अन्य प्रकार की सामग्री को हटाने का काम गतिमान था।
मैसूरु रेलवे स्टेशन पर उमड़ी भीड़
ऐतिहासिक महोत्सव का साक्षी बनने के बाद अब पर्यटक मैसूरु से रवाना होने लगे हैं। मैसूरु रेलवे स्टेशन पर शनिवार को यात्रियों की भारी भीड़ रही। हालांकि बड़ी संख्या में पर्यटक रविवार और सोमवार को रवाना होंगे क्योंकि सप्ताहांत की लम्बी छुट्टी के कारण वे कुछ अन्य जगहों पर घूमेंगे। इसी प्रकार राज्य परिवहन निगम के बस अड्डे पर भी यात्रियों की भारी भीड़ उमड़ी।