पूर्व उपमुख्यमंत्री आर.अशोक, गोविन्द कारजोल,पार्टी पिछड़ा वर्ग के प्रदेश अध्यक्ष बी.जे. पुट्टस्वामी व प्रदेश महासचिव एन.रविकुमार ने गुरुवार को यहां संयुक्त प्रेस वार्ता म कहा कि मुख्यमंत्री को ऐसा भडक़ाने वाला बयान शोभा नहीं देता है। ऐसा कर कुमारस्वामी ने मुख्यमंत्री बनते समय ली गई शपथ का उल्लंघन किया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के बयान के तुरंत बाद कांग्रेस व जद-एस के तथाकथित कार्यकर्ताओं ने डालर्स कॉलोनी में स्थित येड्डियूरप्पा के घर में जबरन घुसने का असफल प्रयास किया। वहां तैनात पुलिसकर्मी हाथ बांधकर खड़े रहे थे और उन्होंने किसी को रोकने या गिरफ्तार करने की कोशिश नहीं की।
पुट्टस्वामी ने कहा कि कुमारस्वामी खुद कई गंभीर आरोपों का सामना कर रहे हैं लेकिन वे येड्डियूरप्पा के खिलाफ पुराने प्रकरण दोबारा खोलने की धमकियां दे रहे हैं। सरकार को बचाने की योग्यता नहीं होने के कारण वे भाजपा पर दोष मढऩे की कोशिश कर रहे हैं।
अशोक ने कहा कि मुख्यमंत्री लोगों को कानून हाथ में लेने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। ऑपरेशन कमल से भाजपा का कोई लेना-देना नहीं है हमने कांग्रेस छोडऩे के लिए किसी को नहीं उकसाया। कांग्रेेस में इतने गुट बन गए हैं कि नेताओं को पता नहीं है कि कौन किस गुट में हैं।
राज्य में संवैधानिक संकट शुरू हो गया है। अशोक ने कहा कि विद्रोह की बातें नक्सली करते हैं और ऐसे बयान के खिलाफ मुख्यमंत्री के खिलाफ तुरंत मामला दर्ज किया जाना चाहिए। भाजपा नेताओं ने जंटकल माइनिंग कंपनी से जुड़े मामले का उल्लेख करते हुए कहा कि कुमारस्वामी इस मामले में जमानत पर हैं।