बांदा चिकित्सा पर नहीं भरोसा
उमर ने अपने पत्र में लिखा है कि उनके परिवार को बांदा की चिकित्सा व्यवस्था पर भरोसा नहीं है। उन्होंने कहा, “हमें बांदा के मेडिकल सिस्टम पर कतई भरोसा नहीं है।”
पत्र लिखने के बाद पढ़ी नमाज
पत्र लिखने के बाद, उमर पोस्टमार्टम हाउस से नमाज पढ़ने के लिए निकला। उसके पीछे-पीछे पुलिस का भी काफिला रहा। अनुमान है कि नमाज के बाद ही शव को गाजीपुर के लिए रवाना किया जाएगा। उमर को मीडिया से बचाकर दूसरे रास्ते से निकाला गया है।