सीएमओ ने कहा कि दस्तक अभियान के तहत घर-घर जाकर आशाओं द्वारा जनसंपर्क व लोगों को साफ-सफाई हेतु जागरूक किया जाना है। यूनीसेफ द्वारा 340 घरों में सर्वे किया गया जिसके सापेक्ष मात्र 61 प्रतिशत घरों तक दस्तक अभियान के बारे में आशाओं द्वारा संपर्क किये जाने की बात बताई गयी है।
उन्होंने कहा कि यह स्थिति काफी आपत्तिजनक है। सभी एमवाईसी यह सुनिश्चित करें कि सभी घरों में जनसंपर्क किया जाए। स्कूलों में संचारी रोग नियन्त्रण के प्रति जागरूकता व रैली का आयोजन किया जाना है लेकिन इसकी प्रगति भी संतोषजनक नहीं है। उन्होंने बीएसए से कहा कि स्कूलों में रैली व जागरूकता कार्यक्रम कराएं। संचारी रोग नियन्त्रण माह व दस्तक अभियान के तहत स्टीकर अभियान चलाया जा रहा है। जिन घरों में जनसंपर्क किया जायेगा वहां साफ-सफाई व संचारी रोग से संबन्धित स्टीकर लगाया जाना है। सभी एमवाईसी यह सुनिश्चित करें कि सभी घरों में स्टीकर लग जाए। सभी आशाएं सभी एएनएम सेन्टर पर मदर मीटिंग, सेन्टाईजेशन मीटिंग अवश्य हो।
जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि 8 जुलाई को समस्त एएनएम सब सेन्टर पर किशोरियों के स्वास्थ्य की जांच की जानी है जिसमें किशोरियों में एनीमिया की जांच की जायेगी। सीएमओं ने समस्त एमवाईसी को निर्देश दिया कि 8 जुलाई को समी एएनएम सब सेन्टर पर उपस्थिति सुनिश्चित करेंगें व एएनएम द्वारा किशोरियों की खून जांच, वजन आदि करा जायेगा। सभी सब सेन्टर पर आयरन व कैल्शियम की गोली अवश्य रहे। किशोरियों को हेल्थ कार्ड भी ऐनम द्वारा दिया जायेगा।