रोजगार सहायक राम लखन यादव द्वारा मनरेगा के तहत स्वीकृत तालाब निर्माण मे जनपद कर्मचारियों से मिलभीगत की गई, फिर सरपंच-सचिव का फर्जी हस्ताक्षर कर फर्जी मजदूरों के नाम तीन लाख रुपए आहरित कर लिए गए। वहीं राजकुमार पिता खीरो धर, मनोहर पिता खेलावन के कूप निर्माण के लिए आई राशि में मैटेरियल के नाम एक लाख रुपए आहरित कर लिया गया।
यही नहीं अन्य मनरेगा कार्यों में रोजगार सहायक द्वारा फर्जी रूप से राशि आहरित की गई है। वहीं प्रधानमंत्री आवास की हितग्राही सुखन कोड़ाकु पिता परमेश्वर से अंगूठा लगवाकर 55 हजार रुपए निकाल लिए गए, जबकि आज तक सुखन का प्रधानमंत्री आवास का कार्य प्रारंभ नहीं हो सका।
मजदूरी के लिए भटक रहे मजदूर
एक ओर जहां फर्जी मजदूरों के नाम लाखों रुपए आहरित हो गए। वहीं जो मजदूर कार्य किए हैं उनका महीनों बाद भी भुगतान नहीं हो पाया है। वह रामानुजगंज व बलरामपुर के चक्कर काटकर थक चुके हैं।
रोजगार सहायक को किया बर्खास्त
ग्रामीणों की शिकायत के पश्चात मैं गांव में तत्काल जांच में गया था। जांच में ग्रामीणों की शिकायत सही पाई गई जिसके पश्चात रोजगार सहायक को बर्खास्त करने का आदेश जारी कर दिया गया है। वहीं प्रयास है कि जिन मजदूरों का मजदूरी भुगतान नहीं हो पाया है उन्हें मजदूरी भुगतान मिल सके।
महेंद्र सिंह मरकाम, जनपद सीइओ, रामचंद्रपुर