इस मौके पर उन्होंने कहा, आप सभी से कहना चाहता हूं कि शिक्षा ऐसा क्षेत्र है जहां सम्मान मिलता है। अगर इसे हम कर्तव्यनिष्ठा के साथ पूरा करें तो सम्मान जरूर मिलता है। यही हमारा पुरस्कार है। इस सेवावधि के दौरान मैने जनगणना का काम किया तो बच्चो को पोलियो की दवाई भी दी। लोकतंत्र के महान पर्व का भी हिस्सा बना। मास्टर ट्रेनर बनकर कर्मचारियों के अलावा जिला निर्वाचन अधिकारियों को प्रशिक्षित भी किया।
यह मेरी उपलब्धि है। इस दौरान प्राचार्य कोसमंदी यूके नागवंशी, कोनारी प्राचार्य राधेश्याम पटेल, अमेरा के प्रभारी प्राचार्य आत्मानंद जायसवाल, शिक्षक कर्मचारी संघ अध्यक्ष अभिषेक महोबे, संकुल समन्वयक संध के प्रांताध्यक्ष विक्रम कुमार राय, शिक्षिका उहुती साहू, गायत्री साहू, ममता मिश्रा, ललिता वर्मा, विधाचरण वर्मा, शशिप्रभा वर्मा, योगिता वर्मा, उषादेवी वर्मा, लता ध्रुव, सुखदेव कुमार साहू, नरेन्द्र कुमार पटेल आदि मौजूद रहे।
CG Hindi news: कानून की इतनी जानकारी कि किताब की जरूरत नहीं प्राचार्य सत्यप्रकाश के बारे में बताते हुए अमेरा के प्रभारी प्राचार्य आत्मानंद जायसवाल ने कहा, वे 37 साल 6 माह तक शिक्षकीय कार्य करने के बाद सेवानिवृत्त हो रहे हैं। इस दौरान उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र मे बहुत ही बेहतरीन व प्रेरणादायी काम किए हैं। कानून की उन्हें इतनी बारीक जानकारी है कि किताब खोलने की भी जरूरत नहीं पड़ती। वे समय से पहले स्कूल आते। समय के बाद स्कूल से वापस जाते। हर समय अपने साथी शिक्षकों, अधीनस्थ कर्मचारियों की सहायता करते। काम के प्रति उनके लगन और कर्तव्यनिष्ठा से हम सभी प्रेरणा लेंगे।
CG Hindi news: इतने सम्मान मिले… पांडेय को 35 सालों की सेवा के दौरान 2020 में सर्वश्रेष्ठ प्राचार्य सम्मान, मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण सम्मान, विधानसभा चुनाव में सर्वश्रेष्ठ कार्य करने, प्रशिक्षण देने, डॉ. आंबेंडकर सम्मान से नवाजा गया है।