सडक़ की मांग को पिछले एक दशक से आवेदन कर रहे परेवापाली के नाराज ग्रामीणों ने मतदान बहिष्कार करने का निर्णय दो महीने पहले ले लिया था। वहीं, नाराज ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार कर अपना विरोध दर्ज करवा दिया है। गांव में मतदान करवाने के लिए टीम तो पहुंची थी, लेकिन टीम सुबह से अंतिम समय तक बैठी रही। ग्रामीण मतदान स्थल तक भी नहीं पहुंचे।
वहीं, करीब घंटे भर बाद एसडीएम निर्भय साहू परेवापाली पहुंचे, इसके बाद उन्होंने ग्रामीणों से चर्चा कर उनके मांग पर जल्द निराकरण करने का आश्वासन दिया। वहीं, एसडीएम साहू के मुताबिक उनकी समझाइश दिए जाने के बाद ग्रामीण मान गए थे, इसके बाद उनके लौटने के बाद वहां मतदान करने के लिए ग्रामीण नहीं पहुंचे।
गांव के विधाधर पात्र की माने तो जो सरकार उनके विकास के लिए काम करना नहीं चाहती, ऐसे सरकार को चुनने से क्या मतलब। वहीं परेवापाली के पूरे ग्रामीण दिनभर घर में ही रहे, वहीं पूरे गांव में सन्नाटा पसरा रहा। गांव के विधाधर पात्र के साथ ही अन्य ग्रामीणों ने मतदान के दिन भी गांव के चौराहे में आकर जमकर चुनाव बहिष्कार के नारे लगाए। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि इसके बाद लोकसभा और फिर आने वाले पंचायत चुनाव में भी मांग पूरी नहीं होते तक वोट नहीं देंगे।