जी हां यह बात सच है। कमजोर पारिवारिक स्थिति के कारण सब्जी बेचने के साथ पढ़ाई करने वाली जिले के ग्राम नेवारीकला की 16 साल वर्षीय खुशबू को खेल में भी रुचि थी। @ patrika . उन्होंने इसमें आगे बढऩे का लक्ष्य लेकर सारी बाधाओं को पार करते हुए परिस्थितियों को अपने में ढाला और स्कूल स्तर पर खेलने वाली ये बेटी अब इंडिया के बाल बैडमिंटन टीम का हिस्सा बनेंगी। आने वाले दिनों में नेपाल में होने वाले अंतरराष्ट्रीय बाल बैडमिंटन चैम्पियनशिप में भाग लेंगी।
@ patrika . जानकारी अनुसार यह जिले की पहली बेटी होगी जो अंतरराष्ट्रीय बाल बैडमिंटन खेलेंगी। इस उपलब्धि के लिए उनके माता-पिता के साथ परिजन और गांव वाले खुशी से झूम रहे हैं। उसे बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।
जिले के ग्राम नेवारीकला की रहने वाली खुशबू के माता-पिता सब्जी बेच कर जीवन-यापन करते हैं। वहीं बेटी खुशबू भी सब्जी बेचने में माता-पिता का सहयोग करते हुए पढ़ाई के साथ खेल का अभ्यास भी करती हैं। वर्तमान में खुशबू कक्षा ग्यारहवीं की पढ़ाई कर रही है। साथ ही खेल की बारीकियां सीखने लगातार अभ्यास भी करती हैं।
@ patrika . खुशबू अब आने वाले दिनों में नेपाल में होने वाले अंतरराष्ट्रीय बाल बैडमिंटन में अपना दम दिखाएंगी। इसके लिए वे अभ्यास में लगी हुई हैं। वह नेपाल जाने की तैयारी कर रही है। वे तमिलनाडु और झारखंड के खिलाडिय़ों के साथ इण्डिया टीम के लिए खेलेंगी।