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छत्तीसगढ़ के इस गांव में खुले में #Toilet जाने पर बजने लगते हैं ढोल मंजीरे

locationबालोदPublished: Feb 02, 2019 10:33:58 pm

डौंडीलोहारा ब्लॉक के ग्राम सिवनी में खुले में टायलेट जाने वालों की आदत व व्यवहार में परिवर्तन लाने और शौचमुक्त ग्राम पंचायत बनाने अनूठे अंदाज में अभियान चलाया जा रहा है।

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छत्तीसगढ़ के इस गांव में खुले में टायलेट जाने पर बजते हैं ढोल मंजीरे

बलोद@Patrika. डौंडीलोहारा ब्लॉक के ग्राम सिवनी में खुले में टायलेट जाने वालों की आदत व व्यवहार में परिवर्तन लाने और शौचमुक्त ग्राम पंचायत बनाने अनूठे अंदाज में अभियान चलाया जा रहा है। ग्राम पंचायत सिवनी के स्वच्छाग्राहियों ने आश्रित ग्राम कामता में खुले में शौच जाने वाले लोगों को रोकने भगवान सीताराम का संकीर्तन करते हैं। लोगों के व्यवहार परिवर्तन की चुनौती को स्वच्छाग्राहियों ने स्वीकार कर सूर्योदय के पहले सिन्हा समाज के सामुदायिक भवन के पास ढोल, मंजीरा, घुंघरू और करताल लेकर एकत्रित होते हैं। यहां से सीताराम नाम का संकीर्तन करते हुए सीधे तालाब की ओर रवाना होते हैं।@Patrika. ढोल मंजीरे और भगवान का नाम सुबह-सुबह सुनकर खुले में टायलेट जाने वाले लोग वापस लौट जाते हैं।
यह अभियान इस कड़कड़ाती ठंड में भी जारी है

संकीर्तन दल में शामिल स्वच्छता दूत ग्रामीण जहां भी खुले में टायलेट जाते थे, वहां पर तुलसी के पौधे रोप दिए हैं। न सिर्फ पौधे रोपे हैं बल्कि घेरा भी लगा दिए है। यह अभियान इस कड़कड़ाती ठंड में भी जारी है। स्वच्छता दूत और महिला समूह भारत स्वच्छता अभियान में नया रिकार्ड बनाना चाहते हैं। इनके इस प्रयास की तारीफ गांव वाले भी करने लगे हैं। गांव वालों की मानें तो भगवान के नाम पर संकीर्तन करने पर पाबंदी भी नहीं लगा सकते हैं। @Patrika. स्वच्छता के क्षेत्र में काम करने वाले गौतम सिन्हा ने बताया कि विकासखंड की महिला समूह स्वच्छता अभियान को मिसाल बनाने की दिशा में काम कर रही है।
पहले इन्हें विरोध और नोकझोंक का सामना भी करना पड़ता था

गांव गांव में यह महिला समूह खुले में शौच जाने वाले परिवारों को रोकने व समझाने की कोशिश करते थे। पहले इन्हें विरोध और नोकझोंक का सामना भी करना पड़ता था। @Patrika.मगर अब महिलाओं की साहस और इस कदम की सभी सराहना करने लगे हैं। विकासखंड के चंद लोग ही बच गए हैं जिनके व्यवहार में परिवर्तन नहीं हुआ है। उन्हें भी समझाने का प्रयास जारी है। खुले में शौच जाने वाले परिवारों को चिन्हित करने महिला समूह के स्वच्छाग्राहियों ने घर घर जाकर सर्वे रजिस्टर में नाम अंकित कर रही हैं।
यह विकास खंड दूसरे जिले के लिए प्रेरणास्रोत बनेगा

इसके साथ ही दूसरे जिले से गांव गांव में शादी के लिए लड़की देखने आने वाले मेहमानों को भी यह महिलाएं हंसी ठिठोली में आपके घर शौचालय है कि नहीं? पूछ बैठती हैं। ऐसी जागरूकता को देखकर दूसरे जिले के लोग भी डौंडीलोहारा विकासखंड के स्वच्छाग्राहियों की प्रशंसा करने लगे हैं। @Patrika. अब लोग टिप्पणी करना छोड़ महिला समूह को सहयोग कर रहे हैं। बहुत ही जल्दी ही यह विकास खंड दूसरे जिले के लिए प्रेरणास्रोत बनेगा।

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