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हाथकरघा से अब बालोद जिले में भी बनेगा कोसा का कपड़ा

locationबालोदPublished: Feb 19, 2019 12:23:52 am

Submitted by:

Niraj Upadhyay

जिले की सहकारी समिति आर्थिक मजबूती के लिए नई पहल कर रही है। इसके लिए बुनकर समितियों को प्रशिक्षण के साथ कच्चा माल उपलब्ध कराने के लिए जिला प्रशासन के सहयोग से जिले में ही कोसे का बस्त्र तैयार करने तैयारी की है।

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हाथकरघा से अब बालोद जिले में भी बनेगा कोसा का कपड़ा

बालोद. कोसा वस्त्रों की मांग राज्य ही नहीं राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी है। बुनकरों को अपने आर्थिक उन्नयन के लिए परंपरागत स्कूल ड्रेस के हाथकरघा वस्त्र उत्पादन के साथ कोसा का भी उत्पादन होगा। इसके लिए सहकारी समिति के साथ जिला प्रशासन ने पहल की है। इसके लिए हुई बैठक में कहा गया कि बाजार डिमांड वाले अन्य वस्त्रों का भी उत्पादन करना होगा।
समितियों के अध्यक्ष व प्रबंधकों की बैठक में लिया निर्णय
छत्तीसगढ़ हाथकरघा विकास एवं विपणन सहकारी संघ मर्यादित रायपुर के अध्यक्ष मोतीलाल देवांगन ने जिले की बुनकर सहकारी समितियों के अध्यक्ष व प्रबंधकों की बैठक में यह बात व्यक्त किए। कलक्टर रानू साहू की पहल पर बालोद जिले में कोसा वस्त्र उत्पादन एवं सहकारी बाजार के लिए कदम बढ़ाया जा रह है। जिला सहकारी संघ अध्यक्ष झुनमुन गुप्ता ने भी इस कार्य को अंजाम देने पहल की है।
आर्थिक मजबूती के लिए नए उत्पादन पर ध्यान
राज्य हाथकरघा संघ अध्यक्ष व पूर्व विधायक मोतीलाल देवांगन ने कहा कि बुनकरों को उनके परिश्रम का अधिक कीमत चाहिए तो उन्हें शासकीय सप्लाई वाले वस्त्रों के साथ अन्य वस्त्रों का भी उत्पादन व विपणन करना होगा। कोसा वस्त्र का कच्चा माल छत्तीसग$ढ में ही पाया जाता है। इसकी मांग राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी है। प्राथमिक बुनकर सहकारी समिति मोहंदीपाट परिसर में आयोजित इस बैठक के मचस्थ अतिथियों में राज्य हाथकरघा संघ अध्यक्ष मोती लाल देवांगन, बालोद जिला सहकारी संघ अध्यक्ष झुनमुन गुप्ता, राज्य हाथकरघा संघ के संचालकगण लक्ष्मण देवांगन, कृष्ण कुमार व गाडऱाय, हाथकरघा विभाग के सहायक संचालक डीके सोनी, प्यारेलाल साहू, संघ के वस्त्र उत्पादन प्रभारी राजाराम मंचस्थ थे।
कोसा वस्त्र उत्पादन में जिला प्रशासन से मिलेगा मदद
कलक्टर रानू साहू ने सहकारी संघ अध्यक्ष गुप्ता से चर्चा में कहा कि जब बालोद जिला पूरे प्रदेश के सकल हाथकरघा वस्त्र उत्पादन का एक तिहाई से अधिक उत्पादन दे सकता है, तो कोसा व अन्य अधिक कमाई वाले वस्त्र का भी उत्पादन कर सकता है। इसमें प्रशासन से हरसंभव मदद मिलेगी। कोसा वस्त्र उत्पादन के लिए आवश्यक कच्चा माल उपलब्ध कराने, तैयार कोसा वस्त्रों के विपणन के लिए हर संभव उपाय करने भी वे तैयार हैं।
जिला सहकारी संघ कोसा प्रशिक्षण का खर्च उठाने तैयार
वर्तमान में जिले के बुनकर ज्यादातर स्कूली वस्त्र उत्पादन के कार्यों में ही जुटे हुए हैं। कोसा वस्त्र उत्पादन के लिए उन्हे हाथकरघा में बदलाव के साथ प्रशिक्षित भी किया जाना पड़ेगा। बैठक में संघ अध्यक्ष गुुप्ता ने कहा कि जिले में एक नई शुरूवात होने जा रही है। मामले में जिला सहकारी संघ भी अपनी सहभागिता निभाते हुए इच्छुक बुनकरों के प्रशिक्षक का खर्च उठाने तैयार है। आवश्यक जानकारियां एकत्र करने जिले के कुछ बुनकरों को कोसा उत्पादन क्षेत्र जांजगीर चांपा का भी शैक्षणिक भ्रमण भी कराया जाएगा। बैठक का संचालन मोहंदीपाट समिति प्रबंधक लखनलाल देवांगन ने किया। कार्यक्रम में मदर टेरेसा बुनकर समिति के लखन देवांगन, हथौद से देव कुमार देवांगन, नेमीचंद देवांगन, कोरगु$डा से शंकर लाल डड़सेना, सुरेगांव से रोहित देवांगन, संतोष देवांगन, राजहरा महिला बुनकर सहकारी समिति की प्रबंधक कु$ किर्ती साहू व सरस्वती कोरी सहित ब$डी संख्या में बुनकर सहकारी समिति से जु$डे लोग शामिल थे।
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