इस बार लोगों ने भी समझदारी दिखाई है। नगर पालिका द्वारा जल संरक्षण के लिए बनाए गए गंगा सागर तालाब में विसर्जन कुंड में ही गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन करते दिखे। बता दें कि कुछ माह पहले गंगा सागर तालाब की सफाई की गई है। अब इसे व्यवस्थित रखने के लिए व दोबारा गंदगी न हो इसलिए यहां पर अलग से विसर्जन कुंड बनाया गया है। बड़ी प्रतिमाओं के विसर्जन के बाद अवशेषों को बाहर निकाले जाएंगे जिसके लिए नगर पालिका ने टीम भी गठित कर दी है।
इधर 25 सितंबर को होने वाले झांकी के साथ गणेश विसर्जन को देखते हुए नगर पालिका व पुलिस की टीम भी गठित की गई है, जो विसर्जन के दौरान मारपीट न हो व अन्य आपराधिक गतिविधि पर लगाम लगे इसलिए पुलिस भी अपनी तैयारी कर ली है। बता दें कि बीते साल गणेश विसर्जन के दौरान जमकर मारपीट भी हुई थी। तोडफ़ोड़ भी की गई। अब ऐसी कोई अप्रिय घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस ने अपनी तैयारी कर ली है। थाना प्रभारी आरके यादव ने कहा है समितियां कानून व्यवस्था बनाए रखें और शांतिपूर्व प्रतिमाओं का विसर्जन करे।
इधर नगर पालिका सफाई निरीक्षक पूर्णानंद आर्य ने कहा नगर पालिका की टीम तालाब की सफाई करने तैनात रहेगी। लोग छोटी प्रतिमाओं को विसर्जन कुंड में विसर्जित करें। समय का ध्यान रखें। तालाब में प्रदूषण नहीं फैलाएं। किसी अनहोनी से बचने के लिए समय से पहले ही प्रतिमाओं का विसर्जन करें।
बालोद. जिला मुख्यालय के गंजपारा, दशौंदी तालाब स्थित जलेश्वर महादेव में सात माह के भीतर दो करोड़ मंत्रलेखन पूर्ण होने के अवसर पर 24 सितंबर सोमवार को शाम 7 बजे महाआरती होगी। ओम नम: शिवाय मंत्र लेखन पूरे होने पर दशौंदी तालाब समिति ने महाआरती का कार्यक्रम रखा है। इस दौरान तालाब परिसर को तोरण-पताका, गुब्बारे व केले के पौधों से आकर्षक रूप से सजाया जा रहा है। 4 जुलाई 2012 से कुछ श्रद्धालुओं के माध्यम से शुरू हुए मंत्रलेखन काम अब तक जारी है। एक ही दिन में 400 से 500 लोग पहुंचकर मंत्र लिख रहे हैं।
समर्पण शिव भक्तों का, संकल्प श्री जलेश्वर महादेव समिति, प्रेरणा प्रभु कृपा एवं प्रयास मां जी फउंडेशन के बैनर तले दशौंदी तालाब के परिसर में ओम नम: शिवाय मंत्रलेखन की शुरुआत चार साल पहले हुई थी, तब मंत्रलेखन का छोटा सा लक्ष्य निर्धारित किया गया था, लेकिन श्रद्धालुओं के उत्साह के सामने लक्ष्य छोटा पड़ गया। अब हर साल मंत्रलेखन अभिषेक के लिए लक्ष्य निर्धारित किया जाता है।
मंदिर समिति के प्रमुख संरक्षक यज्ञदत्त शर्मा ने बताया सोमवार को शाम महाआरती में शहर सहित ग्रामीण अंचल के लोग उपस्थित होंगे। महाआरती के दौरान यहां का नजारा देखते ही बनता है। दशौंदी तालाब के बीच में बड़ा शिवलिंग स्थापित है, वहीं शिवलिंग के चारों ओर पानी भरा हुआ है जिसमें कई किस्म के कमल के फूल खिले हुए हैं जो सहज ही देखने में आकर्षक लगता है। जलेश्वर महादेव के प्रबंधक विनोद कौशिक व मुरारी लाल चंदन ने शहर सहित अंचल के श्रद्धालुओं को महाआरती में शामिल होने की अपील की है।