जी हां बैरिया तहसील के जय प्रकाश नौबरार गांव की रहने वाली रूबी सिंह 2015 में ग्राम पंचायत का चुनाव लड़ी थी। गांव वालों ने इन पर ऐसा भरोसा किया कि बड़े अंतर से चुनाव में इन्हे जीत भी मिल गई। गांव के कई लोग बताते हैं कि रूबी ने गांव का कायाकाल्प बदल दिया। विकास के खूब काम किये। लेकिन इन लोगों के इतर रूबी के कई लोग ये भी मानते हैं अपेक्षा के अनुरूप रूबी सिंह ने विकास कार्य नहीं किये।
कहा जाता है कि गांव के ही कुछ लोगों ने ये बात उनसे कह दिया कि उनकी जगह कोई अन्य प्रधान होता तो विकास और भी होता। ये बात रूबी को अच्छी लगी। उन्होने फैसला किया कि अगर मुझसे अच्छा कोई भी प्रतिनिधि विकास कर सकता है तो मेरी जगह उसे सत्ता पर काबिज होना चाहिए।
सोमवार को गांव स्थित मंदिर पर महिला प्रधान रूबी सिंह ने गांव वालों की एक बैठक बुलाई। इस बैठक में उन्होने लिखित इस्तीफा लिखा और गांव के लोगों को सौंप दिया। रूबी ने कहा कि आप लोगों ने मुझे सेवा का जो अवसर दिया उसके लिए हर किसी का धन्यवाद। लेकिन मुझसे बेहतर अगर कोई भी विकास कार्य करता है तो उसके लिए मैं सत्ता छोड़ने का ऐलान करती हूं।
रूबी के इस फैसले से गांव के लोग हैरान हो गए। सब इस बात से परेशान थे कि जहां सत्ता मिलने के बाद लोग उसे बचाने के लिए क्या क्य़ा नहीं करते वहीं इस महिला ग्राम प्रधान ने गांव के विकास के लिए दो साल पहले की कुर्सी को त्याग दिया। इस प्रधान के फैसेल से गांव के से लेकर ब्लाक और तहसील पर खूब चर्चा है।