जननी और 108 वाहन से ढोए जा रहे मरीज-
बालाघाटPublished: May 22, 2019 04:57:54 pm
एंबुलेस को तरसता कटंगी अस्पताल शव वाहन, एंबुलेंस, शव बॉडी फ्रीजर की दरकार
जननी और 108 वाहन से ढोए जा रहे मरीज-
कटंगी। क्षेत्र के सौ गांव के लोगों के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने वाले सरकारी अस्पताल कटंगी में आधुनिक और सर्वसुविधा युक्त एंबुलेंस वाहन का अभाव है। यहां पर सालों पुरानी एक मात्र एंबुलेंस वाहन है, जिसे वारासिवनी से लाया गया है, लेकिन फिर भी अस्पताल को नई एंबुलेंस की दरकार है। पूर्व में जनप्रतिनिधि इस संबंध में विभाग के वरिष्ट अधिकारियों को पत्र लिखकर एंबुलेस वाहन की मांग कर चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद आज तक अस्पताल को एंबुलेस नहीं मिल पाई है। इस कारण मरीजों को 108 तथा जननी वाहन में लाया जाता है। कई बार यह वाहन भी समय पर नहीं मिल पाते जिसके चलते मरीजों के लिए उनके परिजनों को प्राईवेट वाहन किराए से लेना पड़ता है। दरअसल कई दफा स्थिति ऐसी बन जाती है कि जननी या 108 वाहन अगर किसी मरीज को लेने के लिए गया हो तो मरीज के सामने मुसीबत खड़ी हो जाती है।
इन चीजों की आवश्यकता-
सरकारी अस्पताल कटंगी में वैसे रक्त संग्रहण इकाई की सुविधा तो शुरू हुई है, लेकिन चिकित्सकों की कमी के चलते नियमित प्रसव नहीं होने की वजह से यह इकाई का उपयोग ना के बराबर हो रहा है। आज अस्पताल को एंबुलेंस वाहन, शव वाहन, बॉडी फ्रिजर की नितांत आवश्यकता है। ज्ञात हो कि एंबुलेस नहीं होने से गंभीर रूप से पीडि़त मरीजों को प्राईवेट वाहन करना पड़ता है। वहीं शव वाहन की कमी की वजह से कई बार प्राईवेट वाहन शव ले जाने से मना कर देते है या बहुत अधिक पैसा लेते है। बॉडी फ्रिजर नहीं होने से मृत शव को खुले में रखा जाता है, कई बार पुरी रात शव ऐसे ही खुले में रखा जाता है। नागरिकों के द्वारा कई बार इन तीनों ही प्रमुख समस्याओं को लेकर शासन-प्रशासन से इसे पुरा करने की मांग की गई है। लेकिन अब तक यह मांगें पुरी नहीं पाई है।
नई एंबुलेंस की सालों से कर रहे मांग-
अस्पताल की कई सालों से पुरानी एंबुलेंस वाहन का मरीजों को लाभ नहीं मिल पा रहा है। इस वाहन का उपयोग केवल दुघर्टना होने पर घायलों को अस्पताल लाने के लिए किया जाता है, जिसे ध्यान में रखते हुए नगरवासी लंबे समय से नई एंबुलेंस के लिए कई बार मांग कर चुके हैं। तत्कालीन विधायक केडी देशमुख ने भी शासन-प्रशासन को पत्र लिखकर नई एंबुलेंस की मांग की थी, लेकिन आज तक नगर की अस्पताल को एम्बुलेंस वाहन उपलब्ध नहीं हो सका है।