पंवार क्षत्रिय समाज ने मनाई शरद पूर्णिमा
बालाघाटPublished: Oct 16, 2019 01:40:53 pm
शरद पूर्णिमा का पांरपरिक पर्व 13 अक्टूबर को बड़े ही धूमधाम एवं उत्साह के साथ मनाया।
पंवार क्षत्रिय समाज ने मनाई शरद पूर्णिमा
कटंगी। प्रतिवर्षानुसार इस साल भी नगर में पंवार क्षत्रिय समाज ने अश्विनी मास की पूर्णिमा तिथि शरद पूर्णिमा का पांरपरिक पर्व 13 अक्टूबर को बड़े ही धूमधाम एवं उत्साह के साथ मनाया। इस मौके पर नट्टीटोला में सिकेन्द्र राहंगडाले के निवास पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जहां पर पंवार समाज के बाल कलाकारों ने अपनी शानदार कला का प्रदर्शन कर स्वजातीय बंधुओं को मनमोह लिया। पूर्व विधायक केडी देशमुख के मुख्य आतिथ्य एवं पूर्व विधायक विश्वेश्वर भगत की अध्यक्षता में यह कार्यक्रम रखा गया था।
शरद पूर्णिमा के अवसर पर महेश बिसेन के मार्गदर्शन पर सांस्कृतिक कार्यक्रम के अलावा अन्य विविध कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। जिसमें रंगोली प्रतियोगिता, मेंहदी तथा अन्य प्रतियोगिताएं शामिल रही। इन कार्यक्रमों के बाद राजा भोज के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर पूजा अर्चना की गई। इसके बाद अतिथियों को फूल माला से स्वागत सत्कार किया गया। इसके बाद मंचीय कार्यक्रम का आयोजन हुआ। जिसमें अतिथियों ने अपने विचार रखें। इस दौरान समाज के प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के सफल संचालन में अध्यक्ष रामप्रताप पटले, उपाध्यक्ष बीरसिंह ठाकरे, सचिव डॉ योगराज ठाकरे, कोषाध्यक्ष ढालसिंह परिहार, सहसचिव सिकेन्द्र राहंगडाले, संचालक धनपाल टेम्भरे, प्रचारक प्रभुदयाल पटले सहित अन्य का सराहनीय योगदान रहा।
नगर सहित ग्रामीण अंचलों में भी शरद पूर्णिमा का पांरपरिक मनाया गया। शरद पूर्णिमा के अवसर पर जगह-जगह खीर वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्राचीन मान्यता है कि शरद पूर्णिमा पर रात 10 से 12 बजे तक चंद्रमा की किरणों का तेज अधिक रहता है। इस बीच खीर के बर्तन को खुले आसमान में रखना फलदायी होता है। खीर में औषधीय गुण आ जाते हैं और वह मन, मस्तिष्क व शरीर के लिए अत्यंत उपयोगी होते हैं।