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पंचायत में काम किए 34 दिन, 22 दिन का ही मिला भुगतान

locationबालाघाटPublished: Sep 12, 2018 08:30:10 pm

Submitted by:

Bhaneshwar sakure

ग्रामीणों ने की शेष मजदूरी की भुगतान की मांग, जनपद पंचायत परसवाड़ा के ग्रापं बघोली का मामला

balaghat news

पंचायत में काम किए 34 दिन, 22 दिन का ही मिला भुगतान

बालाघाट. परसवाड़ा विकासखंड के ग्राम बघोली के ग्रामीणों ने शिकायत की है कि उनके द्वारा ग्राम में सीसी रोड निर्माण में माह जुलाई से सितम्बर 2017 तक कुल 34 दिन काम किया गया है। ग्राम पंचायत द्वारा उन्हें 22 दिन की मजदूरी का भुगतान किया गया है। शेष 12 दिन की मजदूरी का भुगतान नहीं किया जा रहा है। ग्रामीणों का कहना था कि उनसे सरपंच के खेत में भी काम कराया गया है और हाजरी सीसी रोड के कार्य में डाली गई है। ग्रामीणों की मांग थी कि उनकी शिकायत की जांच की उनका बकाया भुगतान कराया जाए। विदित हो कि ११ सितम्बर को कलेक्ट्रेट में जनसुनवाई का आयोजन किया गया था। जिसमें १११ आवेदन प्रस्तुत किए गए थे।
जनसुनवाई में खैरलांजी विकासखंड के ग्राम कोथुरना की प्रेरणा पटले व उसके पति श्यामकुमार पटले शिकायत लेकर आए थे कि प्रेरणा पटले का प्रसव रामपायली के अस्पताल में 7 अगस्त 2018 को कराया गया है। लेकिन शासन की योजना के अनुसार उसे अब तक सहायता राशि का भुगतान नहीं किया गया है। लालबर्रा तहसील के ग्राम खोंगाटोला के किसान चित्रसेन नगपुरे व डूलन बाई नगपुरे शिकायत लेकर आए थे कि उनके खेती की जमीन का खसरा नंबर आनलाइन अपडेट नहीं होने के कारण उनका समर्थन मूल्य पर धान की बिक्री के लिए मोहगांव.ध सोसायटी में पंजीयन नहीं हो रहा है। उनके खसरे को आनलाइन शीघ्र अपडेट किया जाए। बुढ़ी बालाघाट निवासी हेमंत ठाकरे भी शिकायत लेकर आया था कि उसकी कृषि भूमि वारासिवनी तहसील के ग्राम कोचेवाही में है। लेकिन खसरे के अपडेट नहीं होने के कारण उसका धान उपार्जन के लिए पंजीयन नहीं हो रहा है।
जनसुनवाई में दीनदयाल सिंह तिलासी शिकायत लेकर आया था कि वह जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र बालाघाट में सहायक ग्रेड.2 के पद पर पदस्थ था और 31 जनवरी 2018 को सेवानिवृत्त हो गया है। लेकिन सेवानिवृत्ति के सात माह बीत जाने के बाद भी उसे सांतवें वेतनमान का लाभ नहीं दिया गया है और उसका पेंशन प्रकरण का निराकरण नहीं किया गया है। जिसके कारण ग्रेज्युटी व अन्य स्वत्वों का भुगतान नहीं किया गया है। उसके पेंशन प्रकरण का शीघ्र निराकरण कराया जाए।
खैरलांजी विकासखंड के ग्राम शंकर पिपरिया का मनीराम भुर्रे शिकायत लेकर आया था कि उसके पुत्र को विकलांगता प्रमाण पत्र के आधार पर वर्ष 2007 से 300 रुपए प्रतिमाह की पेंशन प्राप्त होती थी। लेकिन मार्च 2017 से उसे अब तक पेंशन का भुगतान नहीं किया जा रहा है। उसके पुत्र की 18 माह से रुकी हुई पेंशन का भुगतान कराया जाए। वारासिवनी तहसील के ग्राम एकोड़ी का जयप्रकाश गनवीर अपने पुत्र की फीस शासन की ओर से जमा करने की मांग लेकर आया था। उसका कहना था कि वह असंगठित क्षेत्र के मजदूर के रूप में पंजीकृत है। उसका बेटा दिल्ली विश्वविद्यालय में बीए आनर्स की पढ़ाई कर रहा है। अत: उसकी फीस संबल योजना के अंतर्गत शासन की ओर से जमा कराई जाए। लालबर्रा तहसील के ग्राम नयाटोला बडग़ांव की डूलन बाई प्रधानमंत्री आवास योजना में आवास स्वीकृत करने की मांग लेकर आई थी। उसका कहना था कि उसका मकान क्षतिग्रस्त हो गया है।
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