तीन महीने के भीतर हुई मौतें
प्रभारी अधीक्षक वीके शुक्ला ने जून माह में जेलर के पद पर कार्यभार संभाला है। अधीक्षक की तैनाती न होने के चलते उनके पास प्रभारी अधीक्षक का भी कार्यभार है। अब तक संदिग्ध हालात में तीन माह के भीतर तीन बंदियों की मौत से तरह-तरह की चर्चाएं जेल स्टाफ के भीतर ही उठने लगी है।
1- 18 जुलाई 2018 – जरवलरोड थाना क्षेत्र के परसा नहर पटटी निवासी मंशाराम (50) पु़त्र छोटेलाल को 29 मई 2018 को रेप के केस में पुलिस ने बंद किया था। संदिग्ध परिस्थितियों में उसकी 18 जुलाई को मौत हो गई थी। जेल प्रशासन ने सांस फूलने से मौत होने की बात कही थी।
2- 27 अगस्त 2018 – बाराबंकी जिले के सफदरगंज थाना क्षेत्र के प्यारेपुर गांव निवासी रघुनंदन पुत्र लाला रैदास को पुलिस ने 30 जुलाई 2018 को चोरी के मामले में जेल में बंद किया था। संदिग्ध परिस्थितियों में उसकी 27 अगस्त को मौत हो गई। मृतक के परिवारीजनों में उच्च स्तरीय जांच को लेकर पोस्टमार्टम हाउस के बाहर प्रदर्शन भी किया था।
3 – 10 सितम्बर 2018 – कोतवाली देहात थाना क्षेत्र के नई बस्ती गजपतिपुर निवासी शिवकुमारी (51) पत्नी लक्ष्मण की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई।