सहकारिता मंत्री ने कहा ये- सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा ने कहा कि सुप्रिम कोर्ट के आदेश का पालन करना हर किसी की सर्वोच्च जिम्मेदारी है। इसका प्रमाण ये है कि सर्वोच्च अदालत का आदेश मिलते ही हमारी सरकार के पूर्व मुख्यमंत्री राजनाथ सिंह एवं कल्याण सिंह ने अपने-अपने सरकारी बंगले को खाली करने में जरा भी देरी नहीं लगाई। जबकि तमाम लोग तरह-तरह की बहानेबाजी बनाकर बंगले को छोड़ने से कतरा रहे थे। और जब दाल नहीं गली तो सरकारी बंगले को तहस नहस करके अपने आक्रोश को प्रकट करने का काम किया है। ये अखिलेश यादव का कल्चर है। हर दल का अपना कल्चर होता है, हमारे दल के लोगों का कल्चर है शासन के आदेशों का अनुपालन करना और उनका कल्चर है तहस नहस करना।
सिद्धार्थ नाथ सिंह ने दिया विवादित बयान, मालिनी अवस्थी ने चरित्र पर उठाया सवाल वहीं प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने तो अखिलेश यादव के डीएनए पर ही सवाल उठा दिया। उन्होंने एक बयान में कहा कि कि सरकारी आवास तोड़ना उनके DNA का असर है। तो लोकगायिका मालिनी अवस्थी ने अखिलेश यादव का नाम लिए बगैर उनके चरित्र पर हमला बोला है। मालिनी ने सोशल मीडिया ट्विटर पर ट्वीट कर कहा कि अफ़सर का चरित्र बस देखना समझना हो, बस उसके छोड़े गए आवास की स्थिति से देखो, समझो।