रेवलिया गांव निवासी रामलाल ने अपने बेटे हरीराम (25) का विवाह दो वर्ष पूर्व कटका गांव निवासी एक लड़की से किया था। पीड़ित का आरोप है कि पिछले कुछ दिनों से उनके मोबाइल पर बहू का गौना न लाने का दबाव अज्ञात लोग बना रहे थे। पीड़ित परिवार का कहना है कि उनके पास अक्सर अज्ञात लोगों का फोन आता है कि बहू को विदा मत कराना नहीं तो बेटे से हाथ धो बैठोगे। वह नहीं माना तो और बहू को विदा करा लाया तो तो दबंगों ने उसके घर में आग लगा दी। उन्होंने पुलिस को सूचना भी, लेकिन पुलिस ने कोई ध्यान नहीं दिया। शिकायत करने पर बेटे को जान से मारने की धमकी दी गई। इस पर परिवार ने दिल्ली में काम कर रहे बेटे को वापस घर बुला लिया। परिजनों ने बताया कि शुक्रवार की रात रामलाल और उनकी पत्नी अनीता (45) व बेटा हरीराम घर के बाहर सो रहे थे। तभी चुपके से आये लोगों ने मां-बेटे पर तेजाब फेंक दिया।, जिसमें दोनों गम्भीर रूप से झुलस गए। उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।