जानकारी के अनुसार तीन ट्रोले जयपुर से अजमेर की ओर जा रहे थे कि तीनों की तेज गति होने के कारण तीनों वाहनों के आपस में पीछे से कोने टच हो गए जिनमें दो तो आगे निकल गए इस ट्रोले के टायर फट जाने से वह अनियंत्रित होकर जीवीके की कट पर लगी हुई लोहे की रैलिंग को तोड़ता हुआ डिवाइडर पर चढ़ गया। राधागोविन्द गोशाला के सीमेन्ट व लोहे के बने दान पात्र भी टायर के नीचे आ जाने से क्षतिग्रस्त हो गए। दुकानों के पास रखी हुई लोहे की प्याऊ भी क्षतिग्रस्त हो गई। इसके पास ही गौत्तम टी स्टाल के मालिक बनवारीलाल शर्मा ने बताया कि जब वह दुकान खोलने के लिए सुबह छह बजे आए तो दुकान का तिरपाल, प्लास्टिक की टंकी, पानी का कैन तथा करीब दस साल पुराने उनके द्वारा लगाए हुए दो खेजड़ी के पेड़ व एक शहतूत का भारी पेड़ धराशायी मिले। दुकान क्षतिग्रस्त होने में बाल-बाल बच गई। इस दौरान ग्रामीणों ने कहा कि पेड़ों के नहीं होने से यहां अब गर्मी में छाया ही नहीं रहेगी, कहां पर बैठेंगे।
ब्रेकरों पर रेडियम व हाईमास्ट लाइट लगाने की मांग
श्रीबालाजी सेवा समिति कोषाध्यक्ष चंदालाल कुमावत व ग्यारसीलाल बैताडिय़ा आदि ग्रामीणेां ने बताया कि दहमी बालाजी कट पर आए दिन हादसे होते रहते हैं। हाल ही में जीवीके द्वारा ब्रे्रकर तो बना दिए गए, लेकिन उन पर चमकीली रेडियम नहीं लगने से वाहन चालकों को रात में ब्रेकरों का भी पता नहीं चल पाता है। ग्रामीणोंं ने जीवीके प्रशासन से रेडियम, हाई मास्ट लाइट लगाने तथा जेब्रा निशान लगाने की मांग की है।