अधिकारियों को कराया अवगत
जलदाय विभाग परिसर में निवास कर रहे कार्यरत कर्मचारियों ने बताया कि टंकी की जर्जर अवस्था को लेकर विभाग के अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है। ग्राम पंचायत समिति सदस्य सुभाष सोयल ने बताया कि जर्जर टंकी को गिराकर नए उच्च जलाशय निर्माण की सहायक अभियंता दूदू से मांग की जा चुकी है। परन्तु विभाग की उदासीनता के चलते स्थिति जस की तस बनी है। इससे ग्रामीणों में रोष हैं।
जलदाय विभाग परिसर में निवास कर रहे कार्यरत कर्मचारियों ने बताया कि टंकी की जर्जर अवस्था को लेकर विभाग के अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है। ग्राम पंचायत समिति सदस्य सुभाष सोयल ने बताया कि जर्जर टंकी को गिराकर नए उच्च जलाशय निर्माण की सहायक अभियंता दूदू से मांग की जा चुकी है। परन्तु विभाग की उदासीनता के चलते स्थिति जस की तस बनी है। इससे ग्रामीणों में रोष हैं।
पंचायत ने विभाग को अवगत करवाया
सरपंच हीरालाल बैरवा ने बताया कि जर्जर टंकी के चलते ग्रामवासियों को हादसे का भय बना हुआ है। ग्राम पंचायत की बैठक में प्रस्ताव लेकर जलदाय विभाग दूदू के अधिकारियों से इसकी सफ ाई एवं मरम्मत करवाने की मांग की जा चुकी है। परन्तु इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा। ग्रामीणों का कहना है कि विधायक डॉ. प्रेमचन्द बैरवा एवं जल संसाधन विभाग के मंत्री से मिलकर संबन्धित विभाग के अधिकारियों की शिकायत दर्ज कराई जाएगी।
सरपंच हीरालाल बैरवा ने बताया कि जर्जर टंकी के चलते ग्रामवासियों को हादसे का भय बना हुआ है। ग्राम पंचायत की बैठक में प्रस्ताव लेकर जलदाय विभाग दूदू के अधिकारियों से इसकी सफ ाई एवं मरम्मत करवाने की मांग की जा चुकी है। परन्तु इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा। ग्रामीणों का कहना है कि विधायक डॉ. प्रेमचन्द बैरवा एवं जल संसाधन विभाग के मंत्री से मिलकर संबन्धित विभाग के अधिकारियों की शिकायत दर्ज कराई जाएगी।
हादसे का इंतजार
जलदाय विभाग दूदू सहायक अभियन्ता रूपचंद वर्मा से इस मामले के बारे में जानकारी चाही तो उनका कहना था कि टंकी अभी गिरने की स्थिति में नहीं है। जबकि दूसरी ओर पंचायत प्रशासन व ग्रामीणों की ओर से जर्जर टंकी को लेकर दूदू कार्यालय को कई अवगत करवाया जा चुका है। ग्रामीणों को कहना है कि विभाग शायद हादसे का इंतजार कर रहा है। कई कस्बों में 35 वर्ष पुरानी टंकियों से प्लास्तर टूटकर गिरने से हादसे हो चुके हैं।
जलदाय विभाग दूदू सहायक अभियन्ता रूपचंद वर्मा से इस मामले के बारे में जानकारी चाही तो उनका कहना था कि टंकी अभी गिरने की स्थिति में नहीं है। जबकि दूसरी ओर पंचायत प्रशासन व ग्रामीणों की ओर से जर्जर टंकी को लेकर दूदू कार्यालय को कई अवगत करवाया जा चुका है। ग्रामीणों को कहना है कि विभाग शायद हादसे का इंतजार कर रहा है। कई कस्बों में 35 वर्ष पुरानी टंकियों से प्लास्तर टूटकर गिरने से हादसे हो चुके हैं।