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विश्वकर्मा की शरण में रावण!

locationबगरूPublished: Oct 14, 2019 04:40:29 pm

हिन्दू धर्म उत्सव संघ के पदाधिकारियों की उलझन फिलहाल कम नहीं हुई है।

विश्वकर्मा की शरण में रावण!

विश्वकर्मा की शरण में रावण!

चौमूं. रावण के पुतले को लेकर हिन्दू धर्म उत्सव संघ के पदाधिकारियों की उलझन फिलहाल कम नहीं हुई है। रावण के पुतले के अलग-अलग हिस्सों को वीर हनुमान मार्ग स्थित जांगिड़ ब्राह्मण समाज सभाभवन के एक हॉल में रखवाया है, जहां विश्वकर्माजी की तस्वीर लगी हुई है। संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि चूंकि रावण का पुतला बुराई का प्रतीक है। इसलिए प्रबंधक भी इसे लम्बे समय तक यहां रखने में असमर्थता व्यक्त कर रहे हैं। अब आखिर इस पुतले का क्या करें।
28 फीट की तलवार, 7.5 फीट की जूतियां
आर्टिस्ट मुकेश स्वामी ने बताया कि रावण के पुतले की ऊंचाई करीब 80 फीट रखी गई थी। इसके अलावा 29 फीट लम्बाई का फरसा, 28 फीट लम्बाई की चन्द्र खडग़ (तलवार), 7.5 फीट लम्बाई की जूतियां, 32 फीट चौड़ी और 164 फीट लम्बाई की धोती, 9 फीट लम्बाई का गले का हार एवं 15 फीट ऊंचाई एवं गोलाकार आकार का मुकुट तैयार किया था। इसे लेकर बनाने में करीब डेढ़ महीने लगा। मुकेश ने बताया कि पुतला निर्माण में करीब एक लाख रुपए से अधिक राशि खर्च हुई है। इसके अलावा अन्य खर्चे भी किए हैं, लेकिन कुल कितनी राशि हुई है। इसका हिसाब नहीं लगाया है।
पखवाड़ा पूर्व मांगी थी अनुमति
हिन्दू धर्म उत्सव संघ हाड़ौता के अध्यक्ष कपिल स्वामी का कहना है कि प्रशासन से 25 सितम्बर को ही अनुमति मांग ली थी, लेकिन 9 अक्टूबर तक अनुमति नहीं दी। बल्कि प्रशासन ने बुलाकर पुतला दहन करने से मना कर दिया। ऐनवक्त पर अनुमति नहीं होने से आयोजन समिति को आघात पहुंचा है, बल्कि आर्थिक नुकसान भी हुआ। संघ के कोषाध्यक्ष राजेन्द्र जांगिड़ का कहना है कि पुलिस प्रशासन ने 11 अक्टूबर को पुतले के दहन नहीं बल्कि प्रदर्शन की अनुमति दी थी, जिसके तहत प्रदर्शन कर दिया गया है, लेकिन पुतले का क्या करें। यह समस्या उनके सामने खड़ी हो गई है।
विधायक-पूर्व विधायक ने किया था विमोचन
इस पुतला निर्माण के दौरान विधायक रामलाल शर्मा और भाजपा कार्यकर्ताओं ने इसके पोस्टर का विमोचन किया था। इसके बाद पूर्व विधायक भगवानसहाय सैनी व कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने विमोचन किया था। इसके बावजूद रावण दहन की अनुमति नहीं मिली।

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