लिंंक रोड कस्बे की सबसे व्यस्ततम रोड है। यहां पर सभी सरकारी व निजी बैंक, सरकारी अस्पताल, पशु चिकित्सालय, सरकारी व निजी विद्यालय, मेडिकल स्टोर, खाद-बीज की दुकानें आदि संचालित है। जिनमें कस्बे समेत आसपास से रोजाना लोगों की आवाजाही होती है। ऐसे में वे भी अपने वाहनों को सडक़ पर आड़ा-तिराछा खड़ा कर देते हैं, इससे जाम की समस्या ओर हो जाती है। इसी कारण रविवार को तो अनाज मण्डी में पैर रखने की जगह नहीं मिली। मंूगफली की बम्पर पैदावार से ट्रैक्टरों से भी जाम लग गया।
मण्डी में इन दिनों मूंगफली सीजन के शुरुआती दौर में प्रतिदिन 5-6 हजार बोरियां आ रही है। वहीं अन्य जिंसों की करीब 2-3 हजार ही बोरियां आ पा रही है। रविवार को आसपास के क्षेत्र की मण्डियों के बन्द रहने से यहां पर करीब 8-10 हजार बोरियां मंूगफली की आमद हुई।
कस्बे सहित, बेगस, बोराज, फतेहपुरा, हिम्मतपुरा, पचार, कालवाड़, हिरनोदा, धानक्या, कंवर का बास, कापडियावास, नया बास, बसेड़ी व ढ़ाकावाला व मण्डी में टोंक, नागौर आदि से मूंगफली की आमद हो रही है। इसके बाद व्यापारियों द्वारा मूंगफली को उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, पंजाब व दिल्ली में विक्रय के लिए भेजी जाती है।
इनका कहना है
खरीफ क ी फसल के सीजन को देखते हुए तथा रोजाना लग रहे जाम से निजात पाने के लिए मंडी के व्यापारियों से सम्पर्क कर निर्णय किया गया है कि सोमवार से अनाज की बोली सुबह 11 व मूंगफली की बोली 12 बजे से शुरू की जाएगी।
गजेन्द्र सिंह राठौड़ सहायक सचिव व गौड़ मंडी प्रभारी अनाज मंडी बगरू