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भीषण सड़क हादसा: ट्रक में घुसी बारातियों से भरी वैन, 3 युवकों की मौत के बाद परिवार में हाहाकार, देखें वीडियो- उल्लेखनीय है कि कोतवाली बड़ौत क्षेत्र के एक गांव में गत 8 मार्च को दो दरिंदे ने एक तीन वर्षीय बच्ची को उठाकर ले गए थे और उसके साथ बलात्कार की वारदात को अंजाम दिया था। परिजनों को बच्ची लहूलुहान बेहोशी की हालत में मिली थी। इस मामले में बच्ची के पिता ने कोतवाली बड़ौत में दो लोगों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कराया था। आरोपियों पर पुलिस ने पोक्सो एक्ट भी लगाया है। पीड़ितों का आरोप है कि बड़ौत पुलिस सत्ता पक्ष के एक नेता के दबाव में काम कर रही है और घटना के करीब डेढ़ माह बाद भी आरोपियों के विरूद्ध अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है। आरोप है कि आरोपी उन पर फैसले के लिए दबाव बना रहे हैं। इतना ही नहीं एक दिन आरोपी पक्ष हथियार लेकर उनके घर में घुस आया और पीड़ित मासूम के अपहरण का प्रयास किया। परिजनों ने किसी प्रकार बच्ची का बचाया। उनका कहना है कि आरोपी फैसला न करने पर बच्ची को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।
पीड़ित पक्ष इस मामले को लेकर बुधवार को मंडलायुक्त से मुलाकात की और आरोपियों के विरूद्ध कार्रवाई करने की मांग की। इस प्रकरण को मंडलायुक्त ने काफी गंभीरता से लेते हुए एसपी को आरोपियों के विरूद्ध कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। गुरुवार को पीड़ित एएसपी रणविजय सिंह से भी मिले और उन्हें हाईकोर्ट व मंडलायुक्त के आदेशों से अवगत कराते हुए आरोपियों के विरूद्ध कार्रवाई करने की गुहार लगाई है।
एएसपी ने विवेचक को किया तलब एएसपी ने इस मामले में अभी तक कार्रवाई न होने पर नाराजगी व्यक्त की है और केस के विवेचक को अपने कार्यालय में तलब किया है। एएसपी ने कहा है कि महिलाओं व बच्चियों के प्रकरण में किसी भी प्रकार की शिथिलता बर्दास्थ नहीं की जाएगी।
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