दरअसल 12 जनवरी के हुए सपा-बसपा गठबंधन में रालोद का जिक्र नहीं हुआ था। लेकिन दो सीटें सहयोगियों के नाम पर छोड़ दी गई थी। तब रालोद पांच या छ सीटों की मांग पर अड़ी था। हालाकि एक इंटरव्यू में अखिलेश यादव ने कहा कि आरएलडी को मथुरा और बागपत की सीटें चाहिए थी जो उन्हें दे दी गई हैं इसलिए अब गठबंधन में कोई समस्या नहीं है। वहीं कैराना से रालोद की सासंद तबस्सुम हसन को सपा के टिकट से लड़ाय़ा जाएगा।
आपको बता दें कि इस गठबंधन में निषाद पार्टी भी शामिल है। जिसे लेकर फिलहाल सीटों का बंटवारा सामने नहीं है। इस पर अखिलेश यादव ने कहा कि जल्द ही रालोद और निषाद पार्टी के लिए सीटों का ऐलान कर दिया जाएगा। वैसे खबरों की माने तो मथुरा और बागपत के अलावा रालोद मुजफ्फरनगर भी रालोद के खाते में जा सकता है क्योंकि अजित चौधरी मुजफ्फर नगर से ही इस बार चुनावी मैदान में ताल ठोकेंगे। जबकि जयंत के बागपत से लड़े जाने की खबर हैं।