यह भी पढ़ें: चौधरी अजीत सिंह को वोट देने वाले प्रधान पति पर रंगदारी का मुकदमा दर्ज
बागपत नगर के कोर्ट रोड निवासी 80 वर्षीय बुजुर्ग कलावती पत्नी स्व. मंगलू चार दिन पूर्व घर से मंदिर के लिए जा रही थी। रास्ते में फिसलन होने के कारण उनका पैर फिसल गया और गिरकर उनके कूल्हे की हड्डी टूट गई थी। परिजन वृद्ध महिला को लेकर जिला अस्पताल में पहुंचे। डॉक्टर द्वारा एक्स-रे करने के बाद पता चला कि कूल्हे की हड्डी टूट गई है। इसका केवल कूल्हा प्रत्यारोपण ही एक उपाय है। बागपत के जिला अस्पताल में सालों बाद चार दिन पूर्व ही आए आर्थोपेडिक सर्जन डा. जीके सिंह ने रेफर करने के बजाय यहीं पर ऑपरेशन करने का निर्णय लिया। सोमवार को सुबह कलावती को ऑपरेशन के लिए बुलाया गया। करीब दो घंटे चले ऑपरेशन के बाद कलावती का सफल कूल्हा प्रत्यारोपण किया गया।
यह भी पढ़ें- करंट लगने से दंपति की मौत से मचा कोहराम, लोगों ने जो सच्चाई बताई उसे जानकर हो जाएंगे हैरान
डॉ. जीके सिंह ने बताया कि जिला अस्पताल में आयुष्मान भारत योजना के तहत यह सर्जरी की गई है, जो जिला अस्पताल में अभी तक की सबसे बड़ी सर्जरी है और पहला कूल्हा प्रत्यारोपण है। मरीज की उम्र अधिक होने के कारण काफी जटिलताएं भी उनके सामने थी, जिनको उन्होंने सूझ-बूझ के साथ हल किया। मरीज की हालत अब स्वस्थ है। इस पूरे ऑपरेशन में एनेस्थीसिया के डॉक्टर संदीप पाल और उनकी टीम का भी विशेष सहयोग रहा। बताया कि अगर निजी अस्पताल में इस ऑपरेशन का खर्च करीब एक लाख रुपये है। वहीं, दूसरी ओर परिजन भी वृद्ध महिला के सफल ऑपरेशन से खुश नजर आ रहे हैं।