script

कभी योगी आदित्यनाथ ने कहा था बिना आर्यमगढ़ बने नहीं सुधरेग आजमगढ़

locationआजमगढ़Published: Nov 08, 2018 02:31:48 pm

कभी योगी ने जिले को कहा था आंतकवाद की नर्सरी और बिना आर्यमगढ़ बने नहीं सुधरेगा जिला।

Azamgarh

आजमगढ़

आजमगढ़. सीएम योगी द्वारा इलाहाबाद और फैजाबाद का नाम बदलने के बाद अब यह चर्चा शुरू हो गयी कि वे जो वादा आजमगढ़ की जनता से पिछले बीस वर्षो से करते आ रहे हैं उसे कम पूरा करेंगे। सीएम योगी गोरक्षपीठ के उत्तराधिकारी और महंत रहते हुए लगातार यह कहते रहे कि आजमगढ़ आर्यो की धरती है अब इसे आतंकवाद की नर्सरी के रूप में जाना जा रहा है। आजमगढ़ का नाम आर्यमगढ़ कर इस दाग को धुला जा सकता है। उनके सीएम बनने के बाद हिंदू संगठनों ने यह मांग भी उठाई लेकिन इसे अनसूना कर दिया गया। अब भजापाई भी दबी जुबान इस मांग को उठाने लगे है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या क्या सीएम योगी अपना वादा निभाएंगे या फिर जिस तरह विकास के मामले में जिले की उपेक्षा हो रही है उसी तरह इस वादे को भी दरकिनार कर दिया जायेगा।
बता दें कि सीएम योगी आदित्य नाथ का आजमगढ़ से गहरा नाता रहा है। उन्होंने जिले की पहली यात्रा दो दशक पहले चितारा महमूदपुर में हुए सांप्रदायिक विवाद के बाद गोरखनाथ मंदिर के महंत अवैधनाथ के उत्तराधिकारी के रूप में की थी। इसके बाद उन्होंने कई यात्राएं की। समय के साथ उनकी छवि कट्टर हिदू नेता की बनती गई। खास तौर पर हिंदु युवा वाहिनी के अस्तित्व में आने के बाद उन्हें पूरी तरह कट्टर हिंदू नेता मान लिया गया।
वर्ष 2003-04 में शिब्ली कालेज के छात्र नेता अजीत की हत्या के बाद हुए उपद्रव के दौरान योगी आदित्यनाथ आजमगढ़ पहुंचे तो प्रशासन ने उन्हें शहर में घुसने नहीं दिया। र्बाइपास से ही उन्हें वापस लौटा दिया गया। इसके बाद वर्ष 2007 में गोरखपुर दंगे में उन्हें आरोपी बनाया गया।
7 सितंबर 2008 को बतौर बीजेपी सांसद योगी आदित्यनाथ आजमगढ़ के डीएवी मैदान में सभा को संबोधित करने आ रहे थे। उस समय प्रशासन चाहता था कि योगी का काफिला हर्रा की चुगी से दलालघाट होते हुए सीधे डीएवी मैदान पहुंचे लेकिन योगी ने तकिया चौक होते हुए डीएवी पहुंचने का फैसला किया। उस समय योगी पर तकिया मोहल्ले में जानलेवा हमला हुआ। इस दौरान हुई फायरिंग में एक युवक की मौत हो गई।
इसके बाद भड़की हिंसा में कई जगह मारपीट की घटनाए हुए। एसपी को निलंबित कर दिया गया था। वहीं मृतक पक्ष के लोगों ने योगी आदित्यनाथ पर हत्या का आरोप लगाया था। इसके बाद उलेमा कौंसिल कार्यकर्ता की हत्या के आरोप में जेल गये भाजपा सांसद रमाकांत यादव से मिलने योगी आजमगढ़ आये। सीएम बनने के बाद भी वे कई यात्रा कर चुके हैं।
बटला एनकाउंटर और आतंकी तारिक की गिरफ्तारी के बाद योगी आदित्यनाथ ने ही आजमगढ़ को आतंक की नर्सरी कहा था। इसके बाद यह मामला वर्षो तक गरम रहा। सीएम योगी बार-बार कहते रहे आजमगढ़ का नाम आर्यमगढ़ होना चाहिए। मौका मिलने पर उन्होंने आजमगढ़ का नाम आर्यमगढ़ करने का वादा भी किया था लेकिन सीएम बनते ही वे अपना वादा भूल गए। हिंदू संगठन खासतौर पर हिंदू युवा वाहनी ने इस मुद्दे को उठाया जिसके संरक्षक खुद सीएम योगी है लेकिन उनकी मांग को भी दरकिनार कर दिया गया।
इस मामले में भाजपा के क्षेत्रीय संयोजन भजापा पंचायत प्रकोष्ठ रमाकांत मिश्र का कहना है कि जिस तरह से इलाहाबाद को प्रयागराज और फैजाबाद को अयोध्या नाम दिया गया उसी तरह आजमगढ़ को आर्यमगढ़ बनाने का प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा। हम सभी सीएम से मिलकर इस बात को रखेगे कि आजमगढ़ आर्यो की घरती रही है पहले इसे आर्यमगढ़ के नाम से ही जाना जाता था। बाद में आजमशाह के समय इसका नाम आजमगढ़ किया गया। इसलिए इसका नाम फिर से आर्यमगढ़ किया जाय।
By Ran Vijay Singh

ट्रेंडिंग वीडियो