आजमगढ़

लोकसभा चुनाव से पहले इस मांग ने फिर पकड़ा जोर, सपा- बसपा और कांग्रेस का भी मिला समर्थन

नेताओं ने कहा- सभी राजनीतिक दलों को एकजुट होकर प्रयास करना चाहिए।

आजमगढ़Jan 13, 2019 / 07:36 pm

Akhilesh Tripathi

आजमगढ़ विश्वविद्यालय की मांग

आजमगढ़. चुनाव नजदीक आने के साथ ही जनपद में विश्वविद्यालय की लड़ाई तेज हो गयी है। पिछले दस दिन से अनशन पर बैठे युवाओं को विभिन्न संगठनों का लगातार समर्थन मिल रहा है। चुनाव से पहले इसे बड़े आंदोलन का रूप देने की तैयारी चल रही है। बसपा, कांग्रेस और सपा का समर्थन मिलने से युवाओं का उत्साह और बढ़ गया है।

समाजवादी पार्टी के नगर अध्यक्ष अबरार अहमद ने कहा कि आज़मगढ़ में विश्वविद्यालय होना चाहिए और समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर निश्चित रूप से विश्वविद्यालय की स्थापना होगी। श्री दुर्गा जी पीजी कॉलेज शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ प्रवेश कुमार सिंह ने अपना समर्थन पत्र सौंपते हुए कहा कि आज़ विश्वविद्यालय आज़मगढ़ की सबसे बड़ी जरूरत है। इससे जनपद को नई पहचान मिलेगी। कांग्रेस नेता शम्भू शास्त्री ने कहा कि विश्वविद्यालय जैसे मुद्दे पर सभी राजनीतिक दलों को एकजुट होकर प्रयास करना चाहिए।

कवि डॉ. ईश्वर चन्द्र त्रिपाठी ने जनपदवासियों का आह्वान किया कि आने वाली पीढ़ी के लिये विश्वविद्यालय के लिए एकजुट हों। शिब्ली नेशनल कॉलेज के छात्र नेता अमित कुमार सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय के मुद्दे पर हम सब प्रबुद्ध जन को एकजुट होना होगा। समाजसेवी रूदल सोनकर ने कहा कि सरकार की उदासीनता के चलते जनपदवासियों को विश्वविद्यालय के लिए अनशन करना पड़ रहा है। बसपा नेता अमरनाथ ने कहा कि आज़मगढ़ में विश्वविद्यालय होना ही चाहिए। कर्मचारी नेता गुलाब राय ने कहा कि विश्वविद्यालय के मुद्दे पर सभी राजनीतिक दलों को राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठकर प्रयास करना होगा।

अनशन पर दूधनाथ स्नेही एडवोकेट, पंकज उपाध्याय,भोला यादव, उमाशंकर यादव, डॉ. सुदामा प्रसाद, नवीन कुमार गुप्ता, शिवबोधन उपाध्याय, प्रमोद कुमार सोनकर, राकेश गांधी, डॉ. सुजीत भूषण, दीपू खरवार, दिलीप अग्रवाल, बालाजी भूषण, शिवाजी भूषण, आर्यान्श गांधी, चन्द्रभूषण, संजीव कुमार सिंह, संतोष कुमार, अर्जुन कुमार, प्रवीण सिंह, आज़ाद सिंह, अशोक कुमार यादव, नजम्मुल, आयुष सिंह, नागेंद विश्वकर्मा, शिवम मौर्य आदि बैठे हैं।
 

BY- RANVIJAY SINGH

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