गौरतलब है कि विकास खंड हरैया के बरडीहा गांव निवासी राधेश्याम सिंह ने एक शिकायत दर्ज कराई थी। जिस पर मुख्य विकास अधिकारी द्वारा जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण को ग्राम पंचायत अधिकारी बरडीहा की जांच के लिए जांच अधिकारी नामित किया गया था। जांच अधिकारी की जांच आख्या के आधार पर जिलाधिकारी द्वारा अच्युतानंद त्रिपाठी तत्कालीन ग्राम पंचायत अधिकारी ग्राम पंचायत बरडीहा विकास खंड हरैया के विरुद्ध नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई के लिए निर्देश दिए गए थे। इसके बाद छह जनवरी 2024 को अच्युतानंद त्रिपाठी तत्कालीन ग्राम पंचायत अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए साक्ष्य सहित स्पष्टीकरण प्रस्तुत किए जाने के लिए निर्देशित किया गया।
सहायक विकास अधिकारी पंचायत विकास खंड अजमतगढ़ द्वारा अच्युतानंद त्रिपाठी ग्राम पंचायत अधिकारी को पत्र देकर रसीद मांगी गई। जांच अधिकारी की आख्या के अनुसार ग्राम पंचायत बरडीहा विकास खंड हरैया में खड़जा से बनारसी के घर तक इंटर लॉकिंग कार्य की कुल 5.703 लाख थी। इसी का फर्जी एमबी व बिल बनाकर गलत तरीके से 395212 रुपये का भुगतान कराया गया था।