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शिक्षकों के ट्रांसफर की दुकान चलाने वाले सरकारी बाबू का सामने आया एक और फ्रॉड

locationआजमगढ़Published: Jul 06, 2019 09:00:54 am

78 शिक्षकों के नियम विरुद्ध ट्रांसफर में संलिप्त पाए जाने पर 2017 में हुआ था निलंबित।

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भ्रष्टाचार

आजमगढ़. बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों के स्थानांतरण के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाले निलंबित बाबू बहाली के बाद पुनः फ्रॉड के गंभीर आरोप में फंस गया है। अधिकारियों की मिलीभगत से उसने निलंबन अवधि में जांच के दौरान ही वेतन वृद्धि लागू करा लिया और भुगतान भी लेता रहा। जांच में इसकी पुष्टि होने पर एडी बेसिक ने बाबू से वेतन वृद्धि की राशि की रिकवरी का आदेश जारी किया है।

जिला बेसिक शिक्षा विभाग में दो वर्ष पूर्व तैनात वरिष्ठ सहायक विधिचंद यादव को परिषदीय विद्यालयों के 78 शिक्षकों के नियम विरूद्ध स्थानांतरण में शामिल होना पाया गया था। इस पर तत्कालीन संयुक्त शिक्षा निदेशक रामचेत ने विधिचंद यादव को 12 मई 2017 को निलंबित कर दिया था। निलंबन के दौरान राजकीय इंटर कालेज जोकहरा से अटैच कर दिया गया था। इस बीच 23 फरवरी 2018 को जांच अधिकारी की जांच आख्या पर सशर्त निलंबन बहाल (सवेतन बहाल नहीं ) कर दिया गया। मगर अनुशानसनात्मक कार्रवाई पूर्ण होने तक जांच जारी रहेगी। बहाली के बाद बाबू को मऊ जिले में शिक्षा विभाग में तैनाती कर दी गई। इस बीच एक शिक्षक ने विभाग में शिकायत कर दी कि विधिचंद यादव ने वित्त एवं लेखाधिकारी को भ्रम में डाल कर नियम विरूद्ध वेतन वृद्धि करा लिया है।
इस पर जांच पड़ताल कर बेसिक शिक्षा विभाग मऊ के लेखाधिकारी ने 10 जून को एडी बेसिक को रिपोर्ट भेजी। इस पर एडी बेसिक ने मऊ के वित्त एवं लेखाधिकारी को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मऊ कार्यालय में तैनात वरिष्ठ सहायक विधि चंद यादव द्वारा लिए गए अनियमित वेतन वृद्धि की राशि को तत्काल रिकवरी करते हुए राजकीय कोष में जमा कराने का निर्देश दिया है।
By Ran Vijay Singh

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