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अखिलेश यादव ने छिपाया अपना और पत्नी डिंपल से जुड़ा यह राज, भाजपा ने की आपत्ति

locationआजमगढ़Published: Apr 24, 2019 05:33:23 pm

नामाकंन पत्र की जांच में जुटा प्रशासन।

Akhilesh Yadav

अखिलेश यादव

रण विजय सिंह

आजमगढ़. मुलायम सिंह की विरासत संभालने के लिए आजमगढ़ संसदीय सीट से चुनाव लड़ रहे सपा मुखिया अखिलेश यादव ने स्वयं और अपनी पत्नी डिंपल की संपत्ति से जुड़ा एक राज छिपाकर बुरे फंस गए है। भाजपा नेता श्रीकृष्ण पाल ने जिलाधिकारी न्यायालय में आपत्ति दाखिल कर अखिलेश यादव को नोटिस जारी करने तथा उनका नामाकंन रद्द करने की मांग की है।
बता दें कि अखिलेश यादव ने आजमगढ़ संसदीय सीट से नामाकंन के दौरान दिये गए शपथ में वित्तीय वर्ष 2017-18 में अपनी कुल दर्शित आय 84,83,063 रूपये तथा अपनी पत्नी डिम्पल यादव की दर्शित आय 61,45,073 रूपये बताई है। इसी तरह शपथ पत्र में जंगम आस्तियॉ के अन्तर्गत अखिलेश यादव की 7,90,01,116 रूपये तथा उनकी पत्नी डिम्पल यादव की 3,68,16,108 रूपये है तथा स्थावर आस्तियॉ के अन्तर्गत अखिलेश यादव की 16,90,21,941 रूपये तथा उनकी पत्नी डिम्पल यादव की 9,30,20,001 रूपये की संपत्ति बताई गयी है। शपथ पत्र के मुताबिक अखिलेश यादव के उपर बैंक, वित्तीय संस्थाओं और अन्य मिलाकर 14,26,500 है तथा उनकी पत्नी पर 14,26,500 कर्ज है।
लेकिन भाजपा नेता श्रीकृष्ण पाल के मुताबिक इस शपथ पत्र में अखिलेश यादव ने अपनी पत्नी की संपत्ति को लेकर झूठ बोला है। उन्होंने दाखिल आपत्ति में कहा है कि अखिलेश यादव वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव के अपने नामाकंन में पेज संख्या 7 पर साकिन मुचहरा सैफई इटावा क्रय की गयी भूमि रक्बा 17.93 एकड़ का मूल्य 14,96,561 रूपया दर्शाया है। जबकि विधान परिषद चुनाव 2012 में अखिलेश यादव द्वारा उक्त भूमि का मूल्य 17,53,997 रूपये दिखाया गया है।
यही नहीं वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव ने उक्त भूमि की कीमत 17,53,997 रूपये दर्शाया था लेकिन वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में अपने नामाकंन के पेज संख्या आठ पर उसी भूमि की कीमत 1496541 दर्शाया है। श्रीकृष्ण पाल ने कहा कि यह जानबूझ कर की गयी गलती है। कारण कि इत्तफाक एक जगह हो सकता है दो-दो जगह नहीं। जमीन की वैल्यु बदलती है। सही मामले में उसकी कीमत बढ़नी चाहिए जबकि इसे घटा कर दिखाया गया है। इसलिए हमने जिला निर्वाचन अधिकारी से मांग की है कि अखिलेश का नामाकंन रद्द करते हुए उन्हें नोटिस जारी की जाय।
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